
मुख्यमंत्री का आदेश, सरकारी अस्पताल में जगह नहीं तो निजी में कराएं भर्ती, खर्च उठाएगी सरकार
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश है कि कोई भी अस्पताल मरीज को वापस नहीं करेगा. अगर सरकारी Hospital में बेड नहीं है तो निजी अस्पताल में मरीज को भेजा जाएगा. मरीज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि कोई भी Hospital मरीज को वापस नहीं करेगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन के लिए नियंत्रण कक्ष खोला गया है. जिसके माध्यम से अस्पतालों को कब, कहां, कितनी ऑक्सीजन जा रही है, इसकी निगरानी की जा रही है. ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.
पीएमओ ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के नए ऑक्सीजन प्लांट को मंजूरी दी है. यूपी में 46 और उत्तराखंड के 7 जिलों में नए ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे. यूपी के आगरा, अलीगढ़, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बदायूं, बुलंदशहर, देवरिया, इटावा, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हरदोई, जालौन, जौनपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुर, खीरी, ललितपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, रामपुर, शाहजहांपुर, सहारनपुर, सीतापुर, सुलतानपुर, उन्नाव और वाराणसी में नए प्लांट लगेंगे. वहीं उत्तराखंड के अल्मोड़ा, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, उधमसिंहनगर और उत्तरकाशी में नए ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे.