
यहा फिर हुई TikTok की वापसी, बैन लगाने का सरकार का फैसला कोर्ट ने किया रद्द
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में फिर से विवादित टिकटॉक (TikTok) की वापसी हो गई है. पाकिस्तान (Pakistan) की एक प्रांतीय अदालत ने शनिवार को TikTok से बैन हटा लिया.
कोर्ट ने शर्तों के साथ दी इजाजत
कोर्ट ने टिकटॉक (TikTok) से बैन हटाने की इजाजत शर्तों के साथ दी. कोर्ट ने आदेश दिया कि टिकटॉक को अपने प्लेटफार्म से आपत्तिजनक कंटेंट हटाने होंगे. साथ ही सरकार और आम लोगों की शिकायतों का निपटारा भी करना होगा.
सहयोगी चैनल Wion की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले सिंध की लोकल कोर्ट के आदेश पर पाकिस्तान टेलिकॉम अथॉरिटी (PTA) ने गुरुवार को तीसरी बार टिकटॉक (TikTok) को बैन कर दिया था. जिसके बाद मामला प्रांतीय कोर्ट में पहुंचा और वहां पर अदालत ने शर्तों के साथ बैन हटाने की इजाजत दे दी.
पाकिस्तान के लिए असमंजस का मुद्दा
पाकिस्तान (Pakistan) में टिकटॉक का मुद्दा पिछले काफी समय से असमंजस का सबब रहा है. इस प्लेटफार्म पर देश के हजारों लोग अपने प्रोडक्ट ऑनलाइन बेचते हैं. वहीं काफी सारे लोग फनी वीडियोज बनाकर लोकप्रियता बटोरते हैं. वहीं तस्वीर का दूसरा पहलू देखें तो टिकटॉक पर समलैंगिकता, सेक्स और हिंसा से जुड़े वीडियोज की भरमार होती जा रही है. जिससे रुढिवादी पाकिस्तान सत्ता प्रतिष्ठान परेशान है.
पाकिस्तान (Pakistan) की दिक्कत ये भी है कि वह इस ऐप पर स्थाई प्रतिबंध लगाकर अपने सदाबहार दोस्त चीन को नाराज नहीं करना चाहता. इसलिए कुछ दिनों का बैन लगाने के बाद वह इस ऐप को फिर इजाजत दे देता है. बुधवार को सिंध की लोकल कोर्ट में हुई सुनवाई में टिकटॉक के प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्होंने हाल में 60 लाख से ज्यादा वीडियो अपने प्लेटफार्म से हटाए हैं. इनमें से करीब 15 प्रतिशत वीडियो अडल्ट न्यूडिटी से जुड़े थे
कोर्ट के फैसले से सरकार हैरान
टिकटॉक (TikTok) पर प्रांतीय अदालत का फैसला आने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने भी अपना रिएक्शन दिया. फवाद चौधरी ने कहा कि सरकार ने टिकटॉक की सेवाओं को निलंबित किया था. उसे रद्द करने के कोर्ट के फैसले से वे हैरान हैं. फवाद चौधरी ने कहा कि सरकार इस फैसले का परीक्षण करने के बाद अगला कदम उठाएगी.