
जिला ब्यूरो भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज
*राज्यपाल से पुरस्कृत एवं गोल्ड मेडलिस्ट वेदप्रकाश निषाद
गरियाबंद= जिले के छुरा विकासखंड ग्राम पंचायत करचाली शिल्प कलाकृति वेदप्रकाश निषाद से छुरा नगर समाज सेवी मनोज पटेल ने मुलाकात व सम्मान कर शिल्पकलाकृति के बारे में जाना ।वेदप्रकाश निषाद ने अपने शिल्पकला के बारे में बताया उन्होंने कहा कि मेरा मुख्य लक्ष्य मूर्तिकला रहा है।उसने प्रारंभिक शिक्षा छुरा के सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त किया।वेदप्रकाश ने अपने शिक्षक के बारे बताया बचपन से ही कला के क्षेत्र में बृजेश निषाद का मेरे जीवन में कला के क्षेत्र प्रेरित करने का विशेष योगदान रहा है।साथ ही अपने माता पिता का विशेष श्रेय दिया।श्रीमान रामकिशन निषाद जो वर्तमान समय में तुमगांव प्राधान पाठक पदस्थ है माता कृष्ण निषाद के सुपुत्र हैं।और उन्होंने ने अपने उच्च शिक्षा ग्रहण के बारे मे बताया कि मैंने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से “बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स” कहा जाता हैं एवं दो वर्ष का एम एफ ए किया जिसे “मास्टर आँफ फाइन आर्ट्स” कहा जाता हैं। मैं ग्राम करचाली गांव से संबंध रखता हूँ।मैंने कला के क्षेत्र में अपने कार्यशैली में ग्रामीण परिवेश की परंपरा को दिखाया है जिसमें मुख्य अपनी “माँ” का सील में चटनी पीसते हुए मूर्तिशैली को प्रदर्शित किया हैं। मैंने इसके अतिरिक्त गांव के पारंपरिक खेल एवं गतिविधियाँ को दिखाने का प्रयास किया है।इस मुख्य लक्षण यह है कि हम आज वर्तमान समय में पुरानी चीजों को भूलते जा रहे हैं।जैसे सील लोड़हा बॉटी का खेल, गिल्ली डण्डे का खेल, बेलन,लकडी का बना होता है जिससे धान मिंजाई की जाती हैं।डेकी आदि।मेरा मुख्य प्रयास यह रहा कि मैं पुरानी चीजों को संजोकर कलाकृति के रूप में प्रदर्शित कर ग्रामीण परिवेश की परंपरा को विलुप्त हो रही इन चीजों माध्यम से हमारे समाज को इन्हें सहेज कर रखने के लिए प्रेरित करना है।
*2019 में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल श्रीमती अनुसुइया उइके के द्वारा गोल्ड मैडल से नावाजा गया।वर्तमान समय संंयुक्त एकलव्य आर्दश आवासीय डोंडी बालोद जिला में आर्ट क्राफ्ट शिक्षक के पद पर वहाँ के बच्चों को कला की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।इस बीच बड़े भैया हेमंत निषाद समाज सेवी रेखराम ध्रुव उपस्थित थे।
