रायगढ़ के लेखक व रायगढ़ के कलेक्टर की पुस्तकें हुई बहुचर्चित पुस्तकों में शामिल

रायगढ़ – लेखक भानु प्रताप मिश्र की पुस्तक “भारतीय संचार यात्रा” व रायगढ़ कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा की पुस्तक “अब के पहले अब के बाद” को बहुचर्चित पुस्तकों में अर्जुना पब्लिकेशन के करेंट अफेयर्स की पुस्तक में शामिल किया गया है। वस्तुतः छत्तीसगढ़ सिविल सेवा परीक्षा के प्रतिभागियों में सबसे लोकप्रिय अर्जुना पब्लिकेशन की पुस्तकें आती हैं। इस प्रकाशन द्वारा प्रदेश में होने वाली भिन्न-भिन्न प्रकार की परीक्षाओं के लिए पुस्तकें प्रकाशित की जाती हैं, जिससे प्रतिभागी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। उक्त प्रकाशन द्वारा प्रकाशित करेंट अफेयर्स की पुस्तक में रायगढ़ के लेखक व पत्रकार भानु प्रताप मिश्र की पुस्तक “भारतीय संचार यात्रा” एवं रायगढ़ कलेक्टर “तारण प्रकाश सिन्हा” की पुस्तक अब के पहले अब के बाद को बहुचर्चित पुस्तकों की सूची में शामिल किया गया है।
ज्ञात हो कि भानु प्रताप मिश्र द्वारा लिखी गयी पुस्तक “भारतीय संचार यात्रा” की विषयवस्तु पत्रकारिता व जनसंचार पर आधारित है। इस पुस्तक की भूमिका में भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी लिखते हैं कि युवा पत्रकार श्री भानु प्रताप मिश्र की किताब (भारतीय संचार यात्रा) मीडिया शिक्षा के समक्ष उपस्थित चुनौतियों के बीच रौशनी की तरह है। उन्होंने अपनी किताब में पारंपरिक मूल्यों के साथ-साथ आज की जनसंचार शिक्षा के लिए उपयोगी बिन्दुओं पर बहुत मूल्यवान पुस्तक लिखी है। पुस्तक में 28 अध्यायों के माध्यम से उन्होंने समकालीन पत्रकारिता का इतिहास, विकास संचार, संचार की विकास यात्रा और उसके शिल्प का सुन्दर वर्णन किया है। मुझे लगता है कि यह किताब विद्यार्थियों के साथ-साथ मीडिया शिक्षकों और जनसंचार में रूचि रखने वाले हर प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए बहुत उपयोगी है। मैं इस पुस्तक की लोकस्वीकृति की कामना करता हूँ और लेखक को इतने उपयोगी प्रकाशन के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ। वहीं रायगढ़ कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा द्वारा लिखी गयी पुस्तक “अब के पहले अब के बाद” का दो भाग है। इसके पहले भाग में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन से सम्बन्धित लेख है, तो वहीं दूसरे भाग में अन्य समसामयिक विषयों से सम्बन्धित लेख हैं। इस पुस्तक के लेखक तारण प्रकाश सिन्हा प्रस्तावना में लिखते हैं कि बदलाव के इस दौर के अध्ययन विश्लेषण का फलक बहुत विशाल है। उसकी तुलना में मेरा यह प्रयास बिन्दु-मात्र है। मैंने यह जानने और समझने की कोशिश की है कि इस समय में हमारे समाज में मुख्य रूप से किस प्रकार की चुनौतियां मौजूद है। साथ ही इन चुनौतियों का समाधान क्या हो सकता है। यह दावा तो निश्चित ही नहीं किया जा सकता कि इन सभी चुनौतियों का समाधान तत्काल सम्भव है, किन्तु हम इस दिशा में सम्मिलित रूप से प्रयास तो कर ही सकते हैं। मुझे विश्वास है की मेरा प्रयास आप सभी को समाज की वर्तमान चुनौतियों के समाधान की दिशा में सोचने के लिए एक दिशा देने में सार्थक होगा।

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