
लिंचिंग वाली टिप्पणी को लेकर सवाल पर भड़के राहुल गांधी; पत्रकारों को सुनाई खरी-खरी
पंजाब लिंचिंग को लेकर अपने ही ट्वीट पर सवाल किए जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) नाराज हो गए। अपनी लिंचिंग ट्विटर पोस्ट पर सवाल पूछे जाने पर राहुल गांधी पत्रकारों पर भड़क उठे। मीडिया से बातचीत के दौरान जब वो किसान के कानून वापस लेने की चर्चा कर रहे रहे थे, एक पत्रकार ने उनके लिंचिंग ट्विट को लेकर सवाल पूछा लिया।
जिसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘आप सरकार के लिए दलाली करते हैं क्या? (क्या आप सरकार के लिए काम करते हैं)’। पत्रकार पर भड़कते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि संसद को व्यवस्थित रखना सरकार की जिम्मेदारी है, विपक्ष की नहीं।
पंजाब लिंचिंग को लेकर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
पंजाब में बेअदबी के आरोपों में दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मंगलवार को पीएम मोदी और केंद्र पर कटाक्ष किया था। लिंचिंग की निंदा करने के बजाय, उन्होंने दावा किया कि 2014 में केंद्र में भाजपा सरकार के सत्ता में आने से पहले लिंचिंग शब्द अनसुनी थी। अब तक, राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को छोड़कर मुख्यधारा की पार्टियों के बहुत कम राजनेताओं ने ध्यान केंद्रित करते हुए स्पष्ट रूप से लिंचिंग की निंदा की है।
पंजाब लिंचिंग
18 दिसंबर को एक व्यक्ति को स्वर्ण मंदिर के गर्भगृह के अंदर रेलिंग के पार कूदते हुए देखा गया था। जिसे कथित रूप से अपवित्र करने के प्रयास से पहले पकड़ा गया और उसके बाद पीट-पीटकर मार डाला गया। पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बेअदबी के इस कृत्य के पीछे संभावित साजिश की जांच के लिए अमृतसर डीसीपी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया। एक दिन बाद, पंजाब के निजामपुर गांव में कपूरथला-सुभानपुर रोड पर स्थित एक गुरुद्वारे में एक अज्ञात व्यक्ति को निशान साहिब (सिख धार्मिक ध्वज) का अनादर करने का आरोप लगाने के बाद भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला।
हालांकि, जालंधर के आईजी जीएस ढिल्लों ने खुलासा किया कि पुलिस को कपूरथला में निशान साहिब और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का कोई सबूत नहीं मिला है। रिपब्लिक टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा, “हमें निशान साहिब और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का कोई सबूत नहीं मिला है। इसलिए कपूरथला में बेअदबी की कोई कोशिश नहीं हुई। जब इस खुलासे का सामना किया गया, तो पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने स्पष्ट प्रतिक्रिया देने से परहेज किया और केवल पुष्टि की कि जांच चल रही है।