लैंको प्रबंधन है नीद में, इंटक के बैनर तले हड़ताल का आज 10 दिन, मजदूरों के लिए मनमानी व हठधर्मिता हो रही उजागर…
दिलीप कुमार वैष्णव@आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़-लैंको कर्मी मोहन सी कवर के मौत करो ना महामारी के कारण दिनांक 14 12 2020 को ईएसआईसी हॉस्पिटल डिंगापुर में हो गई थी।
लैंको प्रबंधन के अनदेखी एवं हठधर्मिता के कारण पहले तो मृतक के करोना पॉजिटिव होने की पुष्टि दिनांक 10 12 2020 को ड्यूटी के दौरान रिपोर्ट से पता चला। जिसके बाद न्यू कोरबा हॉस्पिटल में उसे भर्ती कराया गया था।
जहां न्यू कोरबा हॉस्पिटल मैं पैसों की कमी के कारण इलाज सही तरीके से नहीं किया जा रहा था। जिसकी सूचना लैंको प्रबंधन को इंटक के साथियों द्वारा दी गई। परंतु प्रबंधन का उदासीन रवैया के चलते किसी भी प्रकार की मित्र को जीवित रहते मदद लैंको प्रबंधन के द्वारा नहीं की गई। जिसके कारण लैंको कर्मी मोहन सिंह कवर को ईएसआईसी हॉस्पिटल में शिफ्ट करना पड़ा। जहां 1 दिन उपरांत दिनांक 14:12 2020 को उनकी मृत्यु हो गई।
मोहन सिंह कंवर के हॉस्पिटल में दाखिल किए जाने के तुरंत बाद से ही मेडिकल सुविधा को लेकर लैंको मैं ही स्वेच्छा से लैंको कर्मियों के द्वारा काम बंद कर इंटक के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया। जो आज दिनांक तक जारी है।
मृतक मोहन सिंह कंवर के परिवार में तीन पुत्री व दो पुत्र हैं। वह अपने परिवार में अकेले कमाने वाला था। जिसकी मृत्यु के बाद उनके परिवार जनों को आर्थिक संकटों से जूझना पड़ रहा है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए।
इंटक के साथियों द्वारा अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर एवं मेडिकल सीधा में बढ़ोतरी को लेकर अपेक्षा से काम बंद कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।