
शादी से इनकार पर सिपाही की बेटी की हत्या, 31 घंटे घर में छिपाई लाश, पिता-पुत्र गिरफ्तार
आगरा के खंदौली क्षेत्र में जलेसर मार्ग पर गांव आबिदगढ़ के पास हत्या कर जलाया शव मथुरा के सिपाही वीरपाल सिंह की लापता बेटी 20 वर्षीय खुशबू का था। आरोप है कि शादी से इनकार पर नाऊ का सराय स्थित नवनीत नगर निवासी आशीष तोमर ने दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या की थी। शव को 31 घंटे अपने घर में पलंग के नीचे छिपाकर रखा था। इसके बाद रात में पिता के साथ शव को ठिकाने लगा आया था। पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। खुशबू का फेंका गया मोबाइल और जूते आरोपी के घर से बरामद कर लिए गए हैं।
एक जून की सुबह आबिदगढ़ के पास पुलिस को गश्त के दौरान युवती का शव पड़ा मिला था। शव जल रहा था। पानी डालकर पुलिस ने आग बुझाई थी। अधजली लाश को पोस्टमार्टम गृह में रखवाया था। बुधवार रात को मृतका की शिनाख्त खुशबू के रूप में हुई।
खुशबू के पिता वीरपाल सिंह मूलरूप से जलेसर के नगला नैनसुख के रहने वाले हैं। मथुरा में यूपी 112 के सिपाही हैं। एत्माद्दौला के शांता कुंज कॉलोनी में परिवार सहित रहते हैं। दो बेटियों में खुशबू बड़ी थी। वह कमला नगर स्थित संत रामकृष्ण कन्या महाविद्यालय में बीकॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। 30 मई की सुबह नौ बजे पड़ोसी के साथ कालेज जाने के लिए निकली थी। इसके बाद लापता हो गई थी। 31 मई को पिता ने गुमशुदगी दर्ज कराई।
वीरपाल सिंह ने बेटी की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। इसमें आरोप लगाया कि नवनीत नगर निवासी आशीष तोमर काफी समय से बेटी को परेशान कर रहा था। शादी का दबाव बना रहा था। उन्होंने शादी से इंकार किया था। बेटी उससे मना कर रही थी। इस पर उसने खुशबू की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी आशीष तोमर और उसके पिता मुकेश तोमर को पकड़ लिया।
एसपी पश्चिमी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि पूछताछ में आशीष ने बताया कि वह खुशबू को पहले से जानता था। शादी करना चाहता था। उसने खुशबू को फोन करके अपने घर बुलाया था। उस समय माता-पिता गंगा स्नान करने गए थे। शादी की कहने पर विवाद होने लगा। खुशबू मना कर रही थी। गुस्से में उसने दुपट्टे से खुशबू की गला घोंटकर हत्या कर दी।