समाजसेवी और भाजपा नेता प्रकाशचंद कांग्रेस में हो रहें हैं शामिल,,,डॉ महंत के समक्ष करेंगे कांग्रेस प्रवेश,,, ट्राली व्यवसाई प्रकाशचंद किसानों के भी काफी चहेते हैं

सक्ती। नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाई और भाजपा के लिए समर्पित रहने वाले प्रकाशचंद अग्रवाल का भी अब अपनी पार्टी से मोह भंग हो गया है, 27 मार्च को प्रकाश भी अपने दल बल के साथ कांग्रेस का दामन थामने जा रहें हैं।
ज्ञात हो कि प्रकाशचंद अग्रवाल भाजपा के सबसे पुराने कार्यकर्ता थे और वर्तमान में प्रकाश नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाई में शामिल हैं साथ ही समाज सेवा के नाम पर भी प्रकाश चंद को लोग काफी आगे मानते हैं। नगर के लगभग सभी समाजिक कार्यों में प्रकाशचंद बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं साथ ही जरूरतमंदों की दिल खोल के सहयोग करते हैं यही कारण है कि प्रकाशचंद को लोग अपना बेहद करीबी मानते हैं और उनकी कही हुई बातों को पत्थर की लकीर समझते हैं। प्रकाश ट्राली के मालिक प्रकाशचंद वर्तमान में वार्ड क्रमांक 18 में निवासरत हैं और उनकी जनता के प्रति कर्मठता और सेवा भाव ही है कि लोग उन्हें अपने घर का सबसे बड़ा सदस्य भी कहते हैं।
कांग्रेस प्रवेश के संबंध में जब प्रकाशचंद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विगत 25 से 30 सालों से मैं भाजपा के लिए पूरी सक्रियता और निष्ठा के साथ काम कर रहा हूं, लेकिन अब पार्टी की विचारधारा पूरी तरह से बदल चुकी है, यही कारण है कि अब भाजपा के लिए काम करना अब अपने और अपने लोगों के लिए गद्दारी जैसा होगा, कांग्रेस के स्थानीय विधायक डॉ चरणदास महंत बहुत सुलझे हुए नेता हैं और लगातार उनके द्वारा क्षेत्र में काफी मजबूती से और सजगता से जनहित में कार्य किया जा रहा है। श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि चूंकि राजनीति से पहले मैं एक समाज सेवक हूं और सामाज की दृष्टि से सोंचने से लगा कि ऐसे दल में रहो जो सभी को साथ मे लेकर चलती है और यही कारण है कि अब मैं कांग्रेस में जा रहा हूं। वैसे बता दें कि प्रकाशचंद नरेश गेवाडीन के काफी करीबी मानें जाते हैं। प्रकाशचंद के कांग्रेस प्रवेश से कहीं ना कहीं कांग्रेस को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। वैसे प्रकाशचंद को लेकर यह भी कहा जाता है कि जब से सक्ती नगरीय निकाय में शामिल हुआ है तब से वार्ड क्रमांक 18 स्टेशन पारा में कभी भाजपा का पार्षद नहीं जीता मगर इस बार के चुनाव में भाजपा के पार्षद की अप्रत्याशित जीत हुई इस जीत में प्रकाशचंद की मेहनत को अहम माना जाता है। वहीं ट्रैक्टर ट्राली के व्यवसाय से जुड़े होने के कारण किसानों से काफी गहरे संबंध हैं वहीं नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रकाशचंद अग्रवाल की पकड़ काफी अच्छी मानी जाती है।