समुद्र में उठेगा तूफान, 110 की रफ्तार से चलेंगी हवाएं; चक्रवात जवाद की वजह से देश के इन इलाकों में होगी बारिश

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा अवदाब चक्रवात ‘जवाद’ में तब्दील हो गया है और इसके रविवार को ओडिशा में पुरी के पास पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात से जो इलाके सर्वाधिक प्रभावित होंगे, उनमें उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिले तथा ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिले शामिल हैं। जवाद की वजह से आज ओडिशा से लेकर आंध्र प्रदेश के इलाकों में बारिश होगी।

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात के शनिवार को सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है। इसके बाद यह ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और पांच दिसंबर को दोपहर तक पुरी के आसपास के तट पर पहुंचेगा। चक्रवात का नाम ‘जवाद’ सऊदी अरब ने प्रस्तावित किया है। आईएमडी के महानिदेशक ने बताया कि 30 नवंबर को अंडमान सागर के ऊपर हवा का कम दबाव का एक क्षेत्र बना था। यह दो दिसंबर को अवदाब में और शुक्रवार सुबह एक गहरे अवदाब में बदल गया।

आईएमडी ने बताया कि यह शुक्रवार को दोपहर तक चक्रवात में तब्दील हो गया। उन्होंने बताया कि चक्रवात से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और इससे लगे दक्षिणी तटीय ओडिशा में शनिवार बहुत भारी वर्षा शुरू होने की संभावना है। आईएमडी ने शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल में छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा रविवार और सोमवार को असम , मेघालय व त्रिपुरा में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। रविवार तक मध्य एवं उत्तर बंगाल की खाड़ी में मछुआरों के लिए समुद्री मौसम असुरक्षित रहेगा।

मौसम विभाग ने कहा कि 65 किमी प्रति घंटा की गति से उत्तरी आंध्र प्रदेश तट और ओडिशा तट पर शनिवार की शाम से अगले 12 घंटे तक तेज हवाएं चल सकती हैं। महापात्र ने बताया कि चक्रवाती तूफान अस्थायी अवधि के लिए समुद्र में बड़े तूफान में तब्दील हो जाएगा तथा 110 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चलेंगी। पश्चिम बंगाल के तट पर शुक्रवार की शाम से 65 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चलने की संभावना है। हवा की गति रविवार को सुबह से अगले 12 घंटों तक 80 किमी प्रति घंटा हो सकती है।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए 64 टीम दी है। एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने संवाददाताओं को बताया कि 46 टीम राज्य में जोखिम वाले इलाकों में तैनात कर दी गई है या वहां तैयार रखी गई हैं , जबकि 18 टीम को रिजर्व रखा गया है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी चक्रवात से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों तथा एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा को लेकर राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूहों के मुख्य सचिवों व वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति को समुद्र से मछुआरों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की कोशिशों से अवगत कराया। एक बयान में बताया गया है कि चक्रवात राहत शिविर बनाये गये हैं तथा निचले इलाकों से लोगों को हटाया जा रहा है।

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