हिंडाल्को के खिलाफ मजदूरों ने कलेक्टोरेट के सामने कपंनी के खिलाफ जमकर की नारेबाजी,मामला वीआरएस के लिए दबाव बनाने का
रायगढ़। रायगढ़ जिले के बिकाखण्ड तमनार के मिलुपारा हिण्डालको कोल माईंस में कार्यरत मजूदरों पर कपंनी के द्वारा जबरदस्ती वीआरएस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिससे परेशान होकर बुधवार को काफी संख्या में मजदूर कलेक्टोरेट पहुंचे और कपंनी के खिलाफ नारेबाजी किया। इसके अलावा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कपंनी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने तथा प्रबंधन को सभी निति स्पष्ट करने का निर्देश देने की मांग की है।
मजदूरों की ओर से छत्तीसगढ़ कामगार माईंस मजदूर यूनियन के महामंत्री द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उल्लेख है कि हिण्डलको कोल माईंस गारे पेलमा 4/4 मिलूपारा के द्वारा सभी मजदूर जो कपंनी में कार्यरत हैं। उन पर जबरदस्ती दबाव बनाया जा रहा है कि सभी मजदूर वीआरएस ले ले अन्यथा सभी मजदूरों को काम से निकाल देने की बात कही जा रही है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि पांच जनवरी को कपंनी द्वारा एक नोटिस बोर्ड पर नोटिस चिपकाया गया है जिसमें कपंनी द्वारा यह प्रलोभन दिया गया है कि जो मजदूर पहले आकर वीआरएस पेपर पर हस्ताक्षर करेगा उसे पचास हजार रुपए अतिरिक्त कपंनी द्वारा दिया जाएगा। जबकि कंपनी को वीआरएस देने से तीन माह पहले सभी मजदूरों को नोटिस देना चाहिए था। जिसका पालन कपंनी के द्वारा नहीं किया गया एवं कपंनी के द्वारा एक कम्पनसेशन राशि देकर उसे कोरे पेपर पर हस्ताक्षर कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है जो सरासर गलत है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने अब तक मजदूरों को यह भी जानकारी नहीं दिया है कि इतने मजदूरों को वीआरएस दिया जा रहा है। जबकि कंपनी के द्वारा एक ही माईंस शासन के सामने सरेण्डर कर रहा है। बाकि माईंस चालू है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि दो जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायगढ़ के दौरे पर थे, तो उन्हें भी मजदूरों ने आवेदन देकर मामले से अवगत कराया था और उन्होंने भी भरोसा दिलाया था कि मजदूरों के साथ अन्याय नहीं होगा। मजदूरों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि सभी मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन के उपर कार्रवाई करे एवं प्रबंधन को सभी निति स्पष्ट करने का निर्देश दे ताकि मजदूरों की नौकरी सुरक्षित रह सके