
१३/११ को मणिपुर के एम्बुस में शामिल एक और आतंकी को असम पुलिस ने धर दबोचा
रायगढ़। आज से करीब तीन साल पहले मणिपुर के चूंढ़ाचांदपुर जिले से लगे और म्यांमार की सीमा से जुड़े पोस्ट का मुआयना करने के बाद कर्नल विप्लव त्रिपाठी अपने कान्वय के साथ मुख्यालय लौट रहे थे तभी बेहांग से कुछ बाद मणिपुर के अलगाववादी समूहों द्वारा एम्बुस लगाकर उनके कान्वय पर हमला किया गया जिसका आखरी दम तक मुकाबला करते हुए उन्होंने अपने चार राईफल मैन के अलावे अपनी पत्नी अनुजा और ७ साल के बेटे अबीर के साथ वीरगति प्राप्त की थी।
बीते ११ फरवरी को असम पुलिस ने उसी एम्बुस में शामिल एक और मोस्ट वॉन्टेड आतंकी को असम में धर दबोचा। यह अपने आप में आतंकवादी समूहों द्वारा भारतीय सेना पर किया गया २०१८ के बाद बड़ा हमला था। उस समय कर्नल विप्लव त्रिपाठी ४६ असम राईफल्स बटालियन में प्रतिनिक्यूति पर थे और उन्हें वहां आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन हिफाजत की जिम्मेदारी दी गई थी। कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के थे और उन्हें ४६ असम राईफल्स में डिप्लाय किया गया था। घटना के दिन वे अपने कान्वाय के साथ एक चौपाया वाहन में थे उनके साथ उनकी पत्नी और ७ वर्षीय पुत्र अबीर भी था। तभी रास्ते में पिपुल्स लिबरेशन ऑफ आर्मी और मणिपुर नागा पिपुल्स फ्रंट की जद में सेखन नामक गांव के जद में आ गये। उग्रवादियों ने पहले उन पर एक विस्फोटक आक्रमण किया और उसके साथ ही गोलियों की बौछार कर दी। कर्नल विप्लव त्रिपाठी और उनकी टीम इस हमले का आखरी दम तक मुकाबला करती रही लेकिन अंतत: उन्होंने वीरगति प्राप्त की। इस हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी और उनकी पत्नी अनुजा, सात साल के बेटे अबीर के अलावे राईफल मैन खतनेई कोनियाक, श्यामल दास, आरपी मीना और सुमन स्वरगियरी ने भी अपने प्राणों की आहूति दी।
१९८० में जन्म लेने वाले कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और भारतीय संविधान सभा के सदस्य किशोरी मोहन त्रिपाठी के सुपौत्र थे। उनके छोटे भाई भी भारतीय सेना में कर्नल के पद पर पदस्थ है। बीते ११ फरवरी को असम में इसी हमले शामिल एक मोस्ट वॉन्टेड आतंकी को असम पुलिस ने धर दबोचा है। इससे पहले भी एनआईए जो इस मामले की जाँच कर रही है और स्थानीय पुलिस ने एक और ईनामी आतंकवादी को धरदबोचा था। असम में धरदबोचे गये इस आतंकवादी से अब आगामी पूछताछ में १३/११ में हुए हमले की ऐसी बहुत सी पोशीदा जानकारी सामने आ सकती हैं जिनसे पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है।