
रायगढ़। रोजाना की तरह नगर निगम का काम काज चल रही थी कि नगर निगम में एक अचानक अचंभित करने वाली घटना देखने को मिलने लगी नगर निगम में कांग्रेसी की ही सरकार है महापौर और सभापति भी कांग्रेसी है इसके बावजूद भी काँग्रेसी अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे मामला नगर निगम के मुख्य गेट पर लगे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के छाया चित्र को और शहर के कुछ जगहों पर लेकर पूर्व मुख्यमंत्री के छाया चित्र को लेकर था मामला उस समय ज्यादा गभीर रूप ले लिया की कांग्रेसी और प्रथम महापौर जेठू राम मनोहर प्रदेश सचिव कांग्रेस कमेटी अनिल अग्रवाल नारायण गोरे और उनके अन्य साथी निगम आयुक्त से मिलने गए पूर्व छायाचित्र के बारे में बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फाइल मंगा कर देखता हूं और एम आई सी में भेजूंगा की बात कर कर मामले को टालने की कोशिश की जिसे खफा होकर कांग्रेसी नगर निगम कार्यालय में धरने पर बैठ गए वहीं कांग्रेस के पूर्व महापौर जेठू राम मनोहर का कहना था कि अनिल अग्रवाल के द्वारा एक महीना पहले नगर निगम को ₹11000 दिया गया था और कहा गया था कि नगर निगम शहर क्षेत्र के अलावा नगर निगम में जहां-जहां पूर्व सीएम का छायाचित्र लगा है उसको हटाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छायाचित्र लगाया जाए अन्य जो भी खर्च होगा उसे भी मेरे द्वारा भरपाई किया जाएगा इसके बावजूद आज तक छायाचित्र बदला नहीं गया और जब हम लोग निगमायुक्त से इस मामले को बात करने की कोशिश किए तो बात को टाल मटोल करते हुए एम आई सी में इस मामले को भेजूंगा उसके बाद ही कुछ हो पाएगा कह कर चले गए वही अनिल अग्रवाल प्रदेश सचिव कांग्रेस कमेटी का भी कहना कि करीब 3 साल सरकार बदले हो गया अभी तक पूर्व मुख्यमंत्री का छायाचित्र हटाकर वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छायाचित्र लगा देना चाहिए था लेकिन निगम प्रशासन ने ऐसा कुछ भी नहीं किया जबकि एक महीना पहले मेरे ₹11000 का राशि दिया गया था और और छायाचित्र बदलने की बात कहीं गई थी जिसके बावजूद आज तक बदला नहीं गया और जब हम आयुक्त से मिलने आए तो उन्होंने भी हमें गोल मटोल बातें कर मामले को घुमाने की कोशिश किया जिससे आज नगर निगम कार्यालय के प्रांगण में धरने पर बैठे हैं हमें जब तक ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे
