
अवैध शराब बिक्री का हब बन कर रह गया छत्तीसगढ़-धर्मलाल कौशिक
आखिर अपराधियों का हौसला इतना बुलंद,कैसे चिंता का विषय
भूपेश बघेल सरकार के राज में गांव गांव में फैल चुकी है कोचियों का माया का जाल
रायगढ़। प्रदेश .सरकार पहले से ही 3 हजार 70 करोड का कर्ज ले चुकी है और अब छत्तीसगढ़ के प्राइम लोकेशन की सरकारी जमीनों को खोज खोज कर बेच रही है और सरकार चला रही है ऐसे सरकार से और क्या उम्मीद कर सक्ते है. जब सारी जमीने बिक जायेगी तो विकास कहां करेगें. जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ में अवैध शराब की बिक्री हो रही है इससे प्रतीत हो रहा है कि अब छत्तीसगढ़ अवैध शराब बिक्री का हब बन चुका है जहां दूध की जगह शराब की नदी बह रही है. उक्त बाते भाजपा के नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने आज भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फेंस में कहा. उन्होनें भाजपा शासन काल में शराब बंदी को लेकर रमन सरकार ने पूरे छत्तीसगढ़ से कोचियों सिस्टम को बंद करा दिया था परंतु अब गांव गांव में कोचियों का ऐसा माया जाल फैल गया है कि हर जगह अवैध शराब उपलब्ध हो गये है.
उन्होने बताया कि जब कही कोई सुनवाई नही होती है तब गांव की महिलायें विरोध की मशाल उठा लेती है और सरकार का घेराव करती है तो उन्हे जेल में ठूंस दिया जा रहा है ऐसे सरकार के बारे में और क्या कहे. नशे के दलदल में फंस कर यहां के युवाओं का भविष्य अंधकार मय नजर आ रहा है. सरकार के संरक्षण में युवा वर्ग नशे की गर्त में डूबता जा रहा है.
इसके अलावा पदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो के रिपोर्ट में आज छत्तीसगढ़ चौथे नम्बर पर है. खास कर नाबलिगों से दुष्कर्म एवं अपहरण के मामले में 7 वां पायदन पर पहुंच गई है ऐसे में महासंमुन्द में हुई घटना इसका खुला उदाहरण है. उन्होंने कहा कि समाजिक बुराईयां अपनी चरम पर है और अब लगता है छत्तीसगढ़ अनाचार अन्य अपराधों का टापू बन चुका है. अपराधियो का मनोबल इतना बुलंद क्यों है. यह एक सवाल बन कर लोगो के मन में गूंज रही है जो अत्यंत ही चिंता का विषय है. उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री के विधान सभा क्षेत्र में चार चार लोगो की हत्या हो जाती है और सीएम मौंन धारण कर लेते है.
हमारा राम हमारे अंदर है
प्रेस कॉन्फेंस के दौरान श्री कौशिक ने कहा कि राम मंदिर को लेकर आज सरकार के मंत्रियों का अलग अलग बयान आ रहे है.हमारा राम हमारे अंदर है. हमारा राम वो है जो साबरी के झूठे बेर खाकर तृप्त हो जाते है ऐसे राम के लिये क्या चंदे की जरूरत पडती है. कुछ लोग राम मंदिर के निर्माण को लेकर इतना दर्द क्यो हो रहा है. उनके चेहरे पर बैखलाहट साफ नजर आ रही है.