‘रास्ते चट्टानी थे तो इरादे फौलादी’, पढ़ें- सीएम भूपेश ने सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर क्या कहा?

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फिलहाल दिल्ली में हैं, लेकिन राहुल साहू के स्वास्थ्य से जुड़ी पल-पल की जानकारी ले रहे हैं. इतना ही नहीं करीब 105 घंटे तक लगातार चले छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन पर पहले ही दिन से मुख्यमंत्री सीधी नजर बनाए हुए थे. अधिकारियों के सीधे संपर्क में थे और जरूरी दिशा निर्देश दे रहे थे. रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने के बाद जांजगीर कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री हमारे सीधे संपर्क में थे, उन्होंने कहा था कि कुछ भी जरूरत होने पर मुझे सीधा बताएं.

दरअसल जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखंड के गांव पिहरीद में एक खुले बोरवेल में 11 वर्षीय दिव्यांग राहुल साहू गिर गया था. बीते 10 जून की दोपहर में खेलते हुए राहुल बोरवेल में गिरा. प्रशासन को जानकारी मिलने के बाद राहुल का रेस्क्यू शुरू किया गया. मंगलवार देर रात राहुल को सकुशल निकाला गया. राहुल साहू के सफल रेस्क्यू पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से एक संदेश जारी किया गया. सीएम भूपेश ने कहा-  लगभग 105 घंटे तक बोरवेल में फंसे होने के बावजूद राहुल ने बहुत हिम्मत दिखाई. यह रेस्क्यू ऑपरेशन बहुत चुनौतीपूर्ण था, जिसे बचाव दलों ने बहुत धैर्य, समझदारी और साहस के साथ पूरा कर लिया है.

संयुक्त प्रयास का नतीजा
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसईसीएल, छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस, भारतीय सेना, चिकित्सा दल और प्रशासनिक अधिकारियों समेत बचाव दल में शामिल हर टीम और हर व्यक्ति ने संयुक्त रूप से कर्त्तव्यनिष्ठा का पालन करते हुए राहुल को बोरवेल से निकालने का दुष्कर कार्य कर दिखाया. मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में लिखा- ‘‘माना कि चुनौती बड़ी थी, पर हमारी टीम भी कहां शांत खड़ी थी. रास्ते अगर चट्टानी थे, तो इरादे हमारे फौलादी थे.’’ सीएम भूपेश ने कहा कि सभी की दुआओं और रेस्क्यू टीम के अथक, समर्पित प्रयासों से राहुल साहू को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. वह जल्द से जल्द पूर्ण रूप से स्वस्थ हो, ऐसी हमारी कामना है.

मैं चिंतित था
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राहुल और उसके परिजनों पर आए संकट को लेकर मैं व्यक्तिगत रूप से भी बहुत चिंतित था. मैं पल-पल का अपडेट ले रहा था. मैंने राहुल के परिजनों से फोन पर बातचीत करके उन्हें भरोसा दिलाया था कि हम हर संभव प्रयास करेंगे. इस घटना ने खुले छोड़ दिए गये बोरों को लेकर एक बार फिर सभी को सचेत किया है. मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे खतरनाक बोरों को बंद करना सुनिश्चित करें.

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