उड़ीसा के रास्ते हमीरपुर के जंगलों से हो रही कीमती लकड़ियों की तस्करी

भीमसेन तिवारी आपकी आवाज रायगढ़

कहते है की कुंभकरण का निद्रा 6 महीने तक की होती थी लेकिन वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी कौन सी निद्रा में सोए है पता नहीं

स्थानीय सफेद पोस नेता भी तस्करी के मामले में जयचंद भूमिका निभा रहे हैं ईमान बेचने से नहीं हो रहे पीछे

रायगढ़ : हमीरपुर के जंगलों में कीमती और इमारती लकड़ियों तस्करी जनकारी मिल रही है जनकारो की माने तो हमीरपुर से उड़ीसा की ओर जाने वाले सुंदरगढ़ सड़क मार्ग है राज्य स्तरीय बॉर्डर नजदीक होने की वजह से उड़ीसा क्षेत्र से आए दिन सप्ताह में 2 दिन से तीन बार करीब 10 से 12 की संख्या में तस्कर हथियारों के लेस होकर आते हैं और घूम घूम कर आने जाने वाले पर नजर रखते हैं वही शाम ढलते ही जंगल की ओर चले जाते हैं कुछ लोग जंगल में खाना बनाते है तो कुछ लोग रात को हमीरपुर के जंगलों में करीब 15 से 20 किलोमीटर अंदर जंगल में इमारती और कीमती पेड़ों कटाई करते है यह सिलसिला महीनो से नहीं बल्कि सालो से चल रहा है और पेड़ो को अपने साथ बड़े माल वाहक वाहन से रातो रात अपने साथ ले कर चले जाते है

जनकारी के अनुसार अपने साथ पेड़ काटने के लिए आधुनिक मशीन लेकर आते हैं जो कि मिनटों में कितना भी बड़े पेड़ों को मिनट मेँ काटकर नीचे गिरा देते हैं
क्षेत्र के निवासियों ने आपकी आवाज से बात करते हुए बताया की हमीरपुर के जंगलों में अगर लगभग 20 से 25 किलोमीटर आगे बड़ा जाए तो जंगल के जगह मैदान और पेड़ो के ठुठ मिलेगा बॉर्डर नजदीक होने के कारण उड़ीसा बॉर्डर क्षेत्र के अंदर अलग-अलग गांव में सुरक्षित स्थानों पर किमती पेड़ों की लकड़ियों को रखते हैं और बाद उड़ीसा के अन्य राज्यों में लकड़ियों को बेचते हैं और मोटी रकम की कमाई करते हैं हमीरपुर क्षेत्र के अलावा आसपास के छोटे बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त है हालांकि आपकी आवाज यह नहीं कहता कि क्षेत्र सभी नेता भ्रष्ट हैं लेकिन कुछ लोगों के चक्कर में उड़ीसा क्षेत्र से लकड़ियों की तस्करी की जा रही है जिसमें छत्तीसगढ़ राजस्व को करोड़ों रुपए की चपत लग रही है छत्तीसगढ़ सरकार पर लगाने के लिए तरह-तरह की योजना बना रही है और लाखों रुपया प्रदेश में पेड़ लगाने के लिए खर्च किया जा रहा है तो रायगढ़ बन मंडल तस्करी रोकने में नाकाम क्यों है या फिर क्या उनको इस बात की जानकारी नहीं है या फिर साथ में मिलकर खेला जा रहा है खेल अगर प्रदेश सरकार उच्च स्तरीय जांच कराए जाए तो अच्छे-अच्छे कर्मचारी अधिकारियों दोषी पाए जाएंगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button