
उसे सपने में कोई आत्महत्या के लिए उकसाता था : लकड़ी और कंडे से खुद ही चिता सजाकर उसमें लेट गई, सुबह परिजनों को मिला कंकाल
कोटा। बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाली खबर मिली है। मामला क्षेत्र के ग्राम नेवरा का है। इस बारे में जिसने भी सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। दरअसल, गांव में रहने वाली एक महिला ने खुद अपनी चिता सजाकर आत्महत्या कर ली। महिला ने घर के पीछे पानी की टंकी में लकड़ी और कंडे से चिता बनाकर उसमें लेट गई और आत्मदाह कर लिया। मिली जानकारी के मुताबिक, कोटा थाना क्षेत्र के नेवरा गांव में रहने वाली महिला ने घर के पीछे पानी की टंकी में लकड़ी और कंडे रखकर खुद के लिए चिता सजा ली। महिला ने पहले खुद के शरीर पर आग लगाई और फिर चिता पर लेट गई। संभवत: महिला जलते वक्त हिली-उुली तक नहीं होगी। तभी तो उसका कंकाल जस का तस चिता पर मिला। शुक्रवार की सुबह परिजनों को इस बात की जानकारी हुई। सूचना पर पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर सिम्स भेज दिया। यहां पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया गया है। महिला का नाम संतोषी साहू बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि संतोषी को चार महीने से मानसिक समस्या थी। उसने परिजनों को बताया था कि सपने में तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती थी। उसका कहना था कि कोई सपने में उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाता है। इसकी जानकारी होने पर स्वजन अलग-अलग जगहों पर झाड़-फूंक करा रहे थे। रात में महिला घर से निकलकर बाड़ी में गई थी। वहां जाकर पानी की खाली टंकी में लकड़ी, कंडे से चिता बना कर आग लगा ली। सुबह परिवार के लोग जब मवेशियों को बाहर निकालने के लिए जागे तो उन्होंने बाड़ी में जलती हुई आग और धुआं देखा। पीछे का दरवाजा बंद था। किसी तरह दरवाजा खोलकर वहां पहुंचे तो संतोषी की मौत हो चुकी थी। शव भी पूरी तरह से जल चुका था।