
बिग ब्रेकिंग : सदन में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को क्लीन चिट, गृहमंत्री बोले- चर्चा निरर्थक…
रायपुर. सदन में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह को क्लीन चिट मिल गया. विधायक बृहस्पति सिंह ने सदन के अंदर पूरी घटना पर खेद जताया. विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि मेरे द्वारा कही गई बात से किसी को दुख पहुचा तो खेद व्यक्त करता हूँ. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि पूरे घटना क्रम में स्वास्थ्य मंत्री का कहीं भी कोई नाम नहीं है. उनके नाम पर हो रही चर्चा निरर्थक है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सदन उच्च परंपराओं से चलता है. बृहस्पति सिंह की प्रशंसा करता हूं कि भावावेश में आकर उन्होंने जो कहा था उसपर सदन में अपनी स्थिति स्पष्ट की है. पूर्व सीएम रमन सिंह, धरमलाल कौशिक सहित सभी ने इस गतिरोध खत्म करने में अपनी भूमिका दी है. सबका धन्यवाद.
बता दें कि मानसून सत्र के तीसरे दिन भी सदन में जमकर हंगामा होता रहा. विपक्ष ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने संविधान तोड़ा है. भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि संविधान का पालन नहीं हो रहा है. जब पूरा मंत्रिमंडल नहीं है तो संविधान का पालन कैसे होगा…? बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा कि क्या मंत्रिमंडल से मंत्री टीएस सिंहदेव को निकाल दिया गया है? ये सदन संविधान से चलता है. अगर संविधान सुरक्षित नहीं तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे. मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि वो मंत्रिमंडल के सदस्य हैं. जेसीसीजे विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि एक सदस्य आये नहीं और एक को सदन आने से रोक दिया गया. विपक्ष सदन में संविधान की किताब लेकर पहुंचे हुए हैं. सभी अनुच्छेद का हवाला देकर सदन के अंदर का विपक्ष कानून गिना रहा है. विपक्ष का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री ने संविधान तोड़ा है. अनुच्छेद 164 का हवाला देते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अगर कोई मंत्री अपनी सरकार से नाराज होकर चला जाये तो वह मंत्री नहीं होता. अगर टीएस सिंहदेव मंत्री हैं तो सरकार स्थिति स्पष्ट करे. अगर कोई मंत्री आरोप लगाता है तो इसका मतलब यह सरकार बची ही नहीं. विधानसभा अध्यक्ष ने लालकृष्ण आडवाणी का उदाहरण देते हुए कहा कि वे भी चले गए थे. विपक्ष ने कहा वे इस्तीफा देकर गए थे. क्या मंत्री जी ने इस्तीफा दिया है ?