
क्या इस बार भी चक्रधर समारोह नहीं कराने की स्थिति मेँ जिला प्रशासन
रायगढ़ :चक्रधर समारोह मामले में जिला प्रशासन ने पिचली बार कोरोना का हवाला दे कर चक्रधर समारोह नहीं कराया था कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में तत्कालीन जिला पचायत सी ओ अविनाश मिश्रा और विधायक प्रकाश नायक ने पत्रकारों और समाज सेवी का बैठक लेकर यह बोल कर आस्थगीत कर दिया था कि करोना तीसरी लहर की सभावना जताई जा रही है बहुत ही स्थिति खराब है स्वास्थ विभाग इसकी मंजूरी नहीं दे रहा है इसको कुछ महीने के लिए स्थगित कर नए तरीके से किया जाएगा विडंबना यह रहा कि पिछले साल छोड़ दीजिए अब इस साल भी चक्रधर समारोह की सभावना नजर नहीं नजर आ रही है उदाहरण तौर पर देखा जाए तो जिला प्रशासन अब तक तैयारी प्रारम्भ कर देता लेकिन चक्रधर समारोह मेँ कुछ ही दिन बचे है प्रशासन की कोई भी सुगबुगाहट नहीं दिख रही है ऐसा प्रतीत होता है कि जिला प्रशासन इस बार भी चक्रधर समारोह कराने के पक्ष में नहीं है क्या जिला प्रशासन यह सरकार चक्रधर समारोह को लुप्त करना चाहता है या फिर क्या कांग्रेसी के भूपेश सरकार को मालूम है कि चक्रधर समारोह का फायदा भारतीय जनता पार्टी को होगा या फिर क्या इसलिए चक्रधर समारोह नहीं कराया जाता रहा है कि राजा चक्रधर के वंशज भारतीय जनता पार्टी से ज्यादातर जुड़े हुए हैं ऐसे कई सवाल जिला प्रशासन और प्रदेश के भूपेश सरकार पर खड़े होते हैं
कांग्रेस की तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की सरकार ने 1984में चक्रधर समारोह को राज्य स्तरीय सम्मान का दर्जा दिया वहीं वर्तमान क्या कांग्रेश की भूपेश सरकार चक्रधर समारोह को विलुप्त करना चाहती है? हालांकि पूरा मामला देखना लाजमी होगा कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार चक्रधर समारोह करने और नहीं करने को लेकर क्या दलील पेश करता है हालांकि इस बार चुनावी वर्ष है सभी की नजरें प्रकार की बातों पर टिकी रहेगी