
Chhattisgarh: तीन डिग्री तापमान अवशोषित कर लेता है गोबर का पेंट, तापमान अधिक होने पर ठंडक और कम होने पर गर्मी का कराता है अहसास
घर के अंदर और बाहर लंबे समय तक इसके सुंदर रहने के लिए खास प्रकार के गोंद का उपयोग किया जाता है
गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे जा रहे गोबर का सदुपयोग करने के लिए जरवाय गोठान में पेंट, पुट्टी और इमल्शन बनाया जा रहा है। इसकी खासियत है कि यह तापमान को तीन डिग्री तक अवशोषित कर लेता है यानी बाहर का तापमान ज्यादा होने पर यह तीन डिग्री ठंडक का अहसास घर के भीतर करवाता है, जबकि बाहर का तापमान कम होने पर अंदर यह तीन डिग्री तक गर्मी का अहसास करवाता है।
इसका दावा हम नहीं, बल्कि खादी इंडिया द्वारा दिया गया रिसर्च कर रहा है। क्योंकि इसे प्राकृतिक तत्वों को मिलाकर बनाया जाता है, जिसमें कैल्शियम, एग्रीलिक, टार्क, डोलोमाइट, सफेद सीमेंट और गोबर मिलाकर बनाया जाता है। वहीं इसमें किसी भी प्रकार का अप्राकृतिक रसायन नहीं रहता है। वहीं घर के अंदर और बाहर लंबे समय तक इसके सुंदर रहने के लिए खास प्रकार के गोंद का उपयोग किया जाता है, ताकि वर्षाकाल में भी इस पर कोई खास असर न पड़े।
पांच हजार लीटर से भी ज्यादा हो सकता है उत्पादन
जरवाय के गोठान में गोबर का सदुपयोग करने के लिए 20-25 लाख रुपये खर्च कर निजी एजेंसी द्वारा मशीनें लगाई गई हैं। वैसे तो इसकी क्षमता अभी दो हजार लीटर प्रतिदिन की बताई जा रही है, लेकिन संचालक का कहना है कि हमारी तैयारी पूरी है, अगर ज्यादा आर्डर आता है तो रोज पांच हजार लीटर तक उत्पादन किया जा सकता है।
रोज औसतन 100 लीटर की हो रही बिक्री
वर्तमान में दो हजार की क्षमता वाले इस प्लांट में अभी पांच सौ लीटर डिस्टेम्पर ही तैयार किया जा रहा है। वहीं, प्रतिदिन औसतन 100 लीटर तक डिस्टेम्पर की बिक्री की जा रही है। साथ ही पुट्टी और इमल्शन का भी उत्पादन इसी प्रकार से बढ़ाया जा रहा है और सप्लाई भी की जा रही है।
पेंट में 35 तो पुट्टी में 10 प्रतिशत गोबर
पुट्टी और पेंट तैयार करने के लिए गोबर के पानी का उपयोग किया जाता है। वहीं इस पानी को पहले 100 डिग्री तापमान में ट्रीटमेंट किया जाता है, इसके बाद इसमें अन्य सहयोगी तत्व मिलाकर इससे पेंट तैयार किया जाता है। जिसमें पेंट में 30-35 प्रतिशत गोबर तो पुट्टी में 10 प्रतिशत गोबर का उपयोग किया जाता है।
यह है कीमतें
120 रुपये प्रति लीटर पेंट (डिस्टेम्पर)
225 रुपये प्रति लीटर इमल्शन
720 रुपये प्रति 40 किग्रा पुट्टी
हमारे सेटअप की क्षमता पांच हजार लीटर तक उत्पादन करने की है। लेकिन वर्तमान में इसकी मांग कम होने की वजह से ज्यादा उत्पादन नहीं कर रहे हैं। भविष्य में इसकी मांग बढ़ने पर उत्पादन भी बढ़ा दिया जाएगा। हमारी तैयारी पूरी है।