छत्तीसगढ़ को अडानीगढ़ बनने से रोकें : अमित

जगदलपुर, बस्तर । बस्तर के ऐतिहासिक धरना स्थल पर आज जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष अमित जोगी के नेतृत्व में आयोजित विशाल जनधरना में बस्तर के कोने-कोने से आए सैंकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। इस विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए जोगी और पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने सरकार की जन-विरोधी नीतियों पर कड़ा प्रहार किया।

कानून-व्यवस्था की लचर व्यवस्था पर कटु टिप्पणी:

इस विशाल जनसमूह के बीच कानून-व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर मात्र दस पुलिसकर्मियों की उपस्थिति पर जोगी ने तीखा प्रहार करते हुए कहा, “यहाँ व्यवस्था सिर्फ आदानी के लिए बनाई जाती है, ताकि वह बस्तर को लूट सके, आम नागरिकों के लिए नहीं।”

बालोद बाजार का सन्दर्भ देते हुए संयम की अपील:

बालोद बाजार कलेक्ट्रेट की घटना का जिक्र करते हुए जोगी ने कहा, “अगर बस्तर की जनता ने कानून अपने हाथ में लेने का फैसला किया होता, तो आज यह धरनास्थल एक और बालोद बाजार बन चुका होता पर हम कानून-पालक नागरिक हैं, और हम अपेक्षा करते हैं कि निर्वाचित सरकारें और उनके अधिकारी भी उसी कानून का पालन करेंगे।”

ऐतिहासिक विरासत और वर्तमान चुनौती:

जोगी ने अपने पिता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय डॉ. अजित जोगी के सपने को याद करते हुए कहा, “40,000 करोड़ रुपए के नगरनार स्टील प्लांट की नींव रखते वक्त मेरे पिता जी ने बस्तर को सिंगापुर बनाने का सपना देखा था लेकिन आज आदानी की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति पर चलती सरकार बस्तर को मणिपुर बनाने पर आमादा है। हम अपनी आखिरी सांस तक बस्तर को इस हालत में नहीं होने देंगे।”

गृह मंत्रियों पर सीधा हमला:

जोगी ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री श्री विजय शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा, “श्री अमित शाह जी, श्री विजय शर्मा जी आप गृह मंत्री हैं किसी के घर के सन्तरी नहीं आपकी जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ को ‘अडानीगढ’ बनने से रोकने की है।”

30-सूत्रीय माँग पत्र:

जोगी ने बस्तर के लिए 30-सूत्रीय माँग पत्र प्रस्तुत किया जिसमें मुख्य रूप से संसाधनों पर स्थानीय नियंत्रण, बुनियादी ढाँचे के विकास, सामाजिक न्याय और पारदर्शी शासन पर जोर दिया गया।

संकल्प और आह्वान:

अपने संबोधन के अंत में जोगी ने जनता से आह्वान किया: “हम एक रहेंगे! हम नहीं बटेंगे! हम बस्तर की रक्षा करेंगे! जल, जंगल, ज़मीन की लड़ाई हमारी पहचान की लड़ाई है।”

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) बस्तर की जनता के संघर्ष में पूरी तरह से खड़ी है और सरकार द्वारा 30-सूत्रीय माँग-पत्र को तत्काल माने जाने की माँग करती है।

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