जनकलाल की 105 वी जयंती एलुमनी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में मनाई गई

बिलासपुर तखतपुर । स्व. जनकलाल मोतीलाल पांडेय की 105 वी जयंती महाविद्यालय परिवार व एलुमनी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में शा जे एम पी महाविद्यालय तखतपुर में मनाई गई । सर्वप्रथम स्व. जनकलाल पांडेय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण अतिथिगण आशीष सिंह ठाकुर प्रदेश सचिव कांग्रेस कमेटी एवं स्व. जनक लाल पांडेय जी के पारिवारिक सदस्य के. एन. पांडेय एवं मुकेश पांडेय के द्वारा किया गया ।तत्पश्चात महाविद्यालय में बने नए भवन का फीता काटकर उद्घाटन अतिथियों द्वारा किया गया । कार्यक्रम का प्रारंभ चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण से हुआ । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती मधुलिका लाल ने कहा कि महाविद्यालय की स्थापना में स्व. जनकलाल जी की धर्मपत्नी श्रीमती रमा बाई का बड़ा योगदान है। जिन्होंने इतनी कठिन परिस्थितियों के बाद भी धैर्य का परिचय देते हुए अपने स्वर्गीय पति के नाम पर विद्यालय और महाविद्यालय की स्थापना के लिए इतना बड़ा दान किया। महिला दिवस पर ऐसी विदुषी महिला को याद किया जाना चाहिए। महाविद्यालय के विकास के लिए आशीष सिंह ठाकुर का धन्यवाद दिया और कहा कि वे महाविद्यालय के विकास में सतत सहयोग प्रदान कर इसे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। महाविद्यालय एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष परवेज भारमल ने समिति द्वारा किये गए कार्यो का विवरण दिया तथा कहा कि हम इन दानवीरों के ऋणी है। जिनकी बड़ी सोच की बदौलत यह महाविद्यालय हमें प्राप्त हुआ तथा हमे यहाँ अध्ययन करने का अवसर मिला ।अब चूंकि हम सक्षम हैं ।तो हमें इस महाविद्यालय का ऋण अदा करना चाहिए ।यही इनके संथापको के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। साथ ही भूतपूर्व छात्रों से महाविद्यालय के विकास में सहयोग देने की अपील की । विशिष्ट अतिथि के एन पांडेय, मुकेश पांडेय ने जनकलाल जी एवं श्रीमती रमा बाई द्वारा किए गए जन कल्याण व सेवा के कार्यों का विस्तार से वर्णन किया और बताया कि किस तरह उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रमा बाई ने 11 एकड़ भूमि दान कर महाविद्यालय की स्थापना की । एलुमनी समिति के संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक ठाकुर ने ओजपूर्ण वक्तव्य से श्रोताओं की तालियां बटोरी । उन्होंने कहा कि दुखद घटना में हुआ जनक लाल जी का निधन क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान भी साबित हुआ और उनके परिजनों ने उनकी चिर स्मृति को बनाए रखने के लिए इतना महत्वपूर्ण कार्य क्षेत्र के लोगों के लिए किया । छत्तीसगढ़ में दान की परंपरा और दानवीरों का योगदान विषय पर शोध किए जाने का भी उन्होंने आह्वान किया और अतिथियों से अनुरोध किया। कि वह इस हेतु शोध करने वाले व्यक्तियों को सहयोग प्रदान करें। कार्यक्रम अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में महाविद्यालय के विकास में सतत सहयोग करने का आश्वासन दिया और यह बताया कि इस वर्ष से महाविद्यालय में एम एस सी गणित विषय प्रारंभ करने की अनुमति शासन से प्राप्त हुई है । कार्यक्रम का संचालन डॉ राजीव शर्मा द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन एलुमनी समिति के प्रभारी प्रो. बी.डी. जांगड़े ने किया। कार्यक्रम में मुन्ना श्रीवास,राजेश सोनी, घनश्याम शिवहरे, चंद्रहास पांडेय, जुगल किशोर पांडेय, किशन सचदेव, आयुष सिंह ठाकुर ,पार्षदगण मुकीम अंसारी, कैलाश देवांगन, सुनील आहूजा, एल्डरमैन बसंत गुप्ता , श्रीमती विमला जांगड़े, नट्टू जायसी, विजय जांगडे, रविन्द्र तिवारी, संजू मक्कड़, श्रीकांत मिश्र, संजय ठाकुर, सत्येंद्र जायसवाल, अवधेश शुक्ला,मंजीत चंचल, आशीष सग्गर, प्राध्यापकगण डॉ एस एन लदेर, डॉ मीना शर्मा , डॉ सीमा नेगी, डॉ बसंत अंचल, डॉ पार्वती पटेल, डॉ एस एन पाड़े, डी पी चंद्रवंशी, डॉ नितिन अग्रहरि, प्रिया जायसवाल, बृजपाल सिंग हूरा, अभिषेक सेमर, बबलू पाठक, राकेश मिश्रा, पी. बेनेट सहित महाविद्यालय स्टाफ के सदस्य गणमान्य नागरिक एन सी सी कैडेटस उपस्थित थेतखतपुर संवाददाता संतोष ठाकुर की रिपोर्ट !!!!

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