
बरमकेला को अनुविभाग का दर्जा देकर सिविल न्यायालय,रजिस्ट्रार आफिस एवं ट्रेजरी की सुविधा अविलम्ब उपलब्ध कराने की रतन शर्मा ने की मांग
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र,विधायक के समक्ष जोरदार तरीके से रखा मांग,लोगों का मिला भरपूर समर्थन में बजी खूब ताली
बरमकेला। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से जब प्रदेश में दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री से तब से बरमकेला को अनुविभाग का दर्जा देने की मांग होती रही है मगर बरमकेला अंचलवासियों का यह मांग अब तक अधूरा ही रहा है।जब सारंगढ़ बिलाईगढ़ को अलग जिला बनाया गया,तब यह माना जा रहा था कि बरमकेला को अनुविभाग सहित अन्य सुविधाएं मिल जायेगी परन्तु तब भी बरमकेला को अनुविभाग सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिली।जिसे लेकर जनहित में सदैव अग्रणी रहकर कार्य करने वाले चेम्बर ऑफ़ कामर्स के अध्यक्ष रतन शर्मा ने बरमकेला को अनुविभाग का दर्जा देकर सिविल न्यायालय,रजिस्टार, कोषालय आफिस की सुविधा अविलम्ब उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री भुपेश बघेल और मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखकर किया है।
इसके अलावा रतन शर्मा ने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से विधायक उत्तरी जांगड़े के समक्ष पुरजोर तरीके से बरमकेला अंचलवासियों की इस मांग को रखा।जिसका उपस्थित जन समुदाय ने ताली बजाकर मांग का पुरजोर समर्थन किया।इस तरह से बेबाकी से जनहित में इस क्षेत्र की मांग एवं जरूरत की तरफ विधायक का ध्यान आकृष्ट कराया।जिसकी खूब सराहना हो रही है।यधपि विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े ने भी चेम्बर अध्यक्ष रतन शर्मा की इस मांग को मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में सारंगढ़ आगमन होने पर पूरा कराने का भरोसा दिलाया है।
इस सम्बन्ध में चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रतन शर्मा का कहना है कि बरमकेला क्षेत्र और आम जनता की हित में वे सदैव कार्य करते रहेंगे।पहले भी उनके द्वारा बरमकेला में प्रयास करके एक प्राइवेट बैंक खुलवाया गया है और आगे बैंक ऑफ़ बड़ौदा की शाखा खोलवाने के लिए प्रयासरत हैं।साथ ही साथ निःशुल्क चिकित्सा शिविर,रक्तदान शिविर,कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर अन्य सेवा कार्य किये गए हैं।बैंको का शिविर और कई धार्मिक तथा विद्यालयीन कार्यो में भी चेम्बर ऑफ़ कामर्स की ओर से योगदान देने का प्रयास रहा है।इसी दिशा में जनहित में अनुविभाग के साथ सिविल न्यायालय,ट्रेजरी,रजिस्टार आफिस की मांग भी की गई है।इससे क्षेत्र हित और सार्वजनिक हित होगा।जिसके लिए चेम्बर ऑफ़ कामर्स हमेशा प्रयास करता रहेगा।जब तक की मांग पूरी नहीं हो जाती।