
बीजेपी नेता बोले- पंडरापाठ गैंगरेप पीड़िता से मिलने कब आएंगे राहुल-प्रियंका, मुआवजा 50 लाख चाहिए, सजा फांसी से कम मंजूर नहीं…
रायपुर. जशपुर के पंडरापाठ में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद सियासत तेज हो गई है. बीजेपी नेता नितिन राय ने कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा गांधी को एक बार पंडरापाठ जरूर आना चाहिए. राहुल-प्रियंका को गैंगरेप पीड़िता आदिवासी बच्ची के परिजनों से मुलाकात करनी चाहिए. बीजेपी लीडर नितिन राय ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को भी पंडरापाठ आना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि मामले में दोषियों को फांसी की सजा मिले. नितिन राय ने पीड़िता के परिजनों को सरकार से 50 लाख मुआवजा देने की मांग की. इधर मामले में भाजयुमो के प्रदेश कार्यसमिति के आमंत्रित सदस्य यश प्रताप सिंह जूदेव ने भी दोषियों को फांसी पर लटकाने की मांग की है. साथ ही कहा कि सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. यश प्रताप सिंह जूदेव ने गिरफ्तारी नहीं होने पर प्रशासन को आंदोलन के लिए तैयार रहने चेतावनी दी है.
प्रदेशभर को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. जशपुर से बर्बर गैंगरेप की खबर सामने आ रही है. 16 साल की आदिवासी किशोरी को को गांव के पांच बदमाश शादी घर से जंगल की ओर उठा ले गए और सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इन्हीं शैतानों ने तीन साल पहले भी इसी बच्ची की अस्मत लूटी थी. बदमाशों की दहशत में किशोरी चुप रही. आदिवासी बाहुल्य जशपुर के पंडरापाठ इलाके में क़रीब सोलह साल की आदिवासी किशोरी के साथ शर्मनाक वारदात ने स्तब्ध कर दिया है. आदिवासी किशोरी को गाँव के शादी समारोह से अगवा कर लिया गया और विरोध की कवायद करने पर गंभीर रूप से मारपीट के बाद गैंगरेप किया गया. सामूहिक दुष्कर्म की यह घटना सत्रह फरवरी की रात को हुई जबकि घटना की रिपोर्ट अगले दिन रात 9.23 पर दर्ज की गई. पीड़िता सदमे में है और चिकित्सकों की देखरेख में है. आदिवासी बाहुल्य जशपुर इलाके में हुई यह घटना आदिवासी किशोरी के साथ हुई है, लेकिन किशोरी के इस प्रकरण में अजा अजजा अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराएं नहीं लग पाई हैं क्योंकि पीड़िता किशोरी के पास जाति प्रमाण पत्र नहीं है.
अस्पताल में भर्ती क़रीब सोलह वर्ष की पीड़िता और उसके साथ मौजूद उसकी सहेली के हवाले से खबर है कि तीन बरस पहले भी एक बार रात को पीड़िता के साथ यह घटना हो चुकी है. तब हुई घटना में भी वे कुछ आरोपी शामिल थे जो कि सत्रह फरवरी की रात की घटना में शामिल थे. बेहद कम उम्र और जटिल पारिवारिक सामाजिक परिवेश के साथ साथ भयावह भय की वजह से पीड़ित बच्ची तब ख़ामोश रह गई थी. यह जानकारी तब पीड़िता ने सहेली को दी थी वहीं सहेली जो अब भी उसके साथ अस्पताल में मौजूद है. सूचना है कि शादी समारोह से अगवा कर जंगल में गैंगरेप के बाद बदहवास भागी किशोरी ने जब घटना की सूचना पंडरापाठ चौकी और बगीचा थाने में दी तब पीडिता किशोरी और उसकी सहेली ने तीन वर्ष पहले हुई घटना के बारे में भी पुलिसकर्मियों को बताया था. हालांकि जो FIR कायम की गई है उसमें तीन बरस पहले की घटना का उल्लेख नहीं है.