मध्यान्ह भोजन के बदले मिलने वाला चावल खाकर बीमार हुए ग्रामीण, लोगों ने प्लास्टिक चावल बताकर लेने से किया इंकार

डोंगरगढ़: ग्रामीण इलाकों में मध्यान्ह भोजन के बदले मिलने वाले चावल को खाने के बाद लोगों के बीमार पड़ने की शिकायत सामने आई है। दरअसल डोंगरगढ़ विकासखंड के 100 से अधिक प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूल में बच्चों को मध्यान्ह भोजन के बदले घर पहुंचा कर चावल दिया जा रहा है।

पूरे मामले में विकासखंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि जो चावल दिया जा रहा है वो गुणवत्ता पूर्वक है और बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए उन्हें प्रोटिनयुक्त चावल दिया जा रहा है, जिसकी कीमत भी सामान्य चावल से दोगुनी है। इसकी जानकारी स्कूल के शिक्षकों को दी गई है कि गांव-गांव जाकर लोगों को इसकी जानकारी दी जाए जिससे लोगों का भ्रम दूर हो।

आपको बता दे की एक माह पहले ग्राम मडियान में भी सोसाइटी से मिलने वाले चावल को ग्रामीणों ने प्लास्टिक का बताकर लेने से मना कर दिया था।

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