
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की मुसीबतें बढ़ा सकती है अनियमित कर्मचारी आंदोलन, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने भी बघेल को पत्र लिखकर की थी मांग पूर्ण करने निवेदन लेकिन नही चेती भूपेश सरकार:-
आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर(छ.ग.)
रायपुर। छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों [संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत-
श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक, जाबदर, ठेका] के नियमितीकरण, नियमितीकरण तक 62/65 वर्ष की जॉब गारंटी, पृथक कर्मचारियों की बहाली, अंशकालीन कर्मचारियों को पूर्णकालीन करने एवं आउटसोर्सिंग/ठेका प्रथा को बंद करने को लेकर दिनांक 15 जनवरी, 2023 को “अनियमित बइठका एवं मिलिए मुख्यमंत्री/पूर्व मुख्यमंत्री” कार्यक्रम राजधानी के धरना स्थल बुढापारा रायपुर में आयोजित कर रहा है| इस बइठका में माननीय मुख्यमंत्री/पूर्व मुख्यमंत्री को सम्मिलित होने आमंत्रित किया गया है तथा प्रदेश भर से 52 अनियमित संगठन एवं 81 से अधिक कार्यालय के 50 हजार से अधिक अनियमित कर्मचारी सम्मिलित होकर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष मजबूती से रखेंगे|
ज्ञात हो कि चुनाव पूर्व अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने सत्ता आने के बाद 10 दिन में ही अनियमित कर्मचारियों की मांगों को पूर्ण करने का वादा किया था।लेकिन आज 4 साल में भी छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने इनकी मांगो को अब तक पूरा नही किया।अनियमित कर्मचारियों का कहना है कि कांग्रेस ने अपने जन-घोषणा (वचन) पत्र में “दूर दृष्टि, पक्का इरादा, कांग्रेस करेगी पूरा वादा” के बिंदु क्रमांक 11 एवं 30 में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छटनी न करने तथा आउट सोर्सिंग बंद करने को रखा| दिनांक 14.02.2019 को अनियमित मंच से मुख्यमंत्री ने स्वयं घोषणा की था कि इस वर्ष किसानों के लिए है आगामी वर्ष कर्मचारियों का होगा।
अनियमित कर्मचारियों का यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री से मिलने अनेक बार अनुरोध पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रेषित किया गया, परन्तु मिलने के लिए हमें समय नहीं दिया गया| इससे अनियमित कर्मचारियों में असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त है।
बघेल सरकार के कानों में जूं तक नही रेंग रही-कई साथियों कि जान तक चली गई
काफी लंबे अरसे से इनके द्वारा धरना प्रर्दशन किया जा रहा है,इनके कई साथियों कि जान तक चली गई लेकिन भूपेश बघेल की सरकार के कानों में जूं तक नही रेंग रही है।
भूपेश बघेल की सरकार 4 वर्ष पूर्ण करने का उत्सव तो मनाती है लेकिन इनकी मांगो को लेकर आज तक कुछ भी फैसला नही हो सका है।
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने भी बघेल को पत्र लिखकर निवेदन किया था कि इनकी मांगो को पूर्ण किया जाए लेकिन अब तक कोई निर्णय नही:
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर निवेदन किया था कि घोषणा पत्र के वादे अनुसार इनकी मांगों को पूर्ण करना चाहिए लेकिन आज तक अनियमित कर्मचारियों की मांगों को पूर्ण नही किया गया।
यह निश्चय ही भूपेश बघेल सरकार की असंवेदनशीलता है कि कैबिनेट के मंत्री सिंहदेव के इस मामले पर संज्ञान लेने कहने पर भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इनकी अनदेखी की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में एक वर्ग के लोग ही नही बल्कि अनेक वर्ग के लोग भी है जिनके विषय पर सरकार को सोचना समझना चाहिए अनियमित कर्मचारियों के लगातार धरना प्रदर्शन और उनके साथियों की मृत्यु होने के बाद भी इनकी अनदेखी करना दुर्भाग्य ही है।
बहरहाल 15 जनवरी को अनियमित कर्मचारियों का प्रातः 11 से बजे से राजधानी के धरना स्थल बुढापारा रायपुर में आयोजित “अनियमित बइठका एवं मिलिए मुख्यमंत्री/पूर्व मुख्यमंत्री” कार्यक्रम है।अगर यही स्थिति बनी रही तो इस बात से नकारा नही जा सकता कि आने वाले समय में यह मामला भूपेश बघेल सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है।
