
अब सर्च की टेंशन नहीं फटाफट हो जाएगा लोन, बीमा, सब्सिडी का काम….
किसान चाहें तो इन सरकारी योजनाओं में आवेदन करके समय पर लोन, सब्सिडी और अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं. बता दें कि ये योजनाएं किसानों के लिए वरदान की तरह काम करती हैं.
Agriculture Loan: ये साल किसानों के लिए मिला-जुला ही रहा. सूखा-बाढ़ जैसी मौसम की अनिश्चितताओं से फसल को भारी नुकसान हुआ. सरकार ने भी राहत के तौर पर फसल नुकसान मुआवजा जारी कर दिया. पिछले ही दिनों सरकार ने रबी और खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इजाफा किया है, ताकि किसानों को उपज का सही भाव मिल सके. फिलहाल मंडियों में धान समेत दूसरी फसलों की खरीद जारी है. किसानों ने भी रबी सीजन की खेती (Rabi Season Farming) के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीज, खाद, उर्वरक, कीटनाशकों से लेकर मशीनरी खरीदने के लिए भी पैसा जुटाना होता है. किसान चाहें तो इन सरकारी योजनाओं में आवेदन करके समय पर लोन, सब्सिडी और अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं. बता दें कि ये योजनाएं (Agriculture Schemes) किसानों के लिए वरदान की तरह काम करती हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड योजना
खेती-किसानी में बुवाई से लेकर उपज को मंडी पहुंचाने तक अच्छा-खासा पैसा खर्च होता है. ऐसे में साहूकारों से कर्ज लेने के बजाय किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) पर सस्ती ब्याज दरों का लोन ले सकते हैं. इस योजना के तहत किसानों को शॉर्ट टर्म लोन भी उपलब्ध करवाया जाता है और लोन की राशि का समय पर भुगतना करने पर सब्सिडी भी दी जाती है. इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था में जाकर आवेदन कर सकते हैं. किसान क्रेडिट कार्ड के ऑफिशियल पोर्टल PM-Kisan Samman Nidhi (pmkisan.gov.in)पर विजिट कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
फसल को सबसे ज्यादा नुकसान प्राकृतिक आपदाओं से ही होता है. कभी बेमौसम बारिश की मार तो कभी सूखा के कारण फसलें खेतों में ही नष्ट हो जाती है, जिसके चलते सारा नुकसान किसानों को उठाना पड़ता है. ऐसी तमाम समस्याओं से फसलों और किसानों को राहत प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PM Fasal Beema Yojana) चलाई जा रही है.
इस योजना के तहत फसल का बीमा करवाने के लिए एक छोटे से प्रीमियम का भुगतान करना होगा है. रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत और खरीफ फसलों के लिए 2 प्रतिशत प्रीमियम भरना होगा. वहीं बागवानी फसलों के लिए सालाना 5 प्रतिशत प्रीमियम देय होता है. इस बीच यदि फसल में प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान हो जाए तो 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी को सूचित करना होगा. बीमा कंपनी की तरफ से अधिकारी आकर नुकसान की जांच करेंगे और किसान को बीमा क्लेम मिल जाएगा. अधिक जानकारी के लिए पीएम फसल बीमा योजना के पोर्टल Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana – Crop Insurance | PMFBY – Crop Insuranceपर विजिट करें.
राष्ट्रीय बागवानी मिशन
मौसम की अनिश्चितताओं के कारण सबसे ज्यादा नुकसान पारंपरिक फसलों में देखा जा रहा है. यही कारण है कि अब राज्य सरकारें भी किसानों को फल, फूल, सब्जी, जड़ी-बूटी समेत बागवानी फसलों की खेती के लिए मदद कर रही है. इस काम में राष्ट्रीय बागवानी मिशन अहम भूमिका अदा कर रहा है. इस योजना में आवेदन करने पर किसानों को बागवानी फसलों की खेती के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है. इस योजना का लाभ लेकर बागवानी करने के लिए अपने जिले के नजदीकी कृषि विभाग में संपर्क कर सकते हैं. राष्ट्रीय बागवानी मिशन (National Horticulture Mission) की आधिकारिक वेबसाइट https://nhb.gov.in/पर भी विजिट कर तमाम जानकारियां हासिल कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
धरती में पानी की स्तर गिरता जा रहा है. बेशक शहरों में पानी की खपत ज्यादा है, लेकिन गांव में खेती के लिए भी पानी की अच्छी खासी खपत होती है. सिंचाई के साधारण तरीकों से काफी पानी यूं ही बह जाता है और कई बार तो फसलें अधिक सिंचाई के कारण गलने-सड़ने लगती हैं. ऐसे में हर किसान को पैसा और पानी बचाने वाली स्कीम प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PM Krishi Sinchai Yojana) का लाभ जरूर लेना चाहिए.
इस योजना के तहत आवेदन करने पर किसान को सूक्ष्म सिंचाई यंत्रों पर 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. इसमें ड्रिप और स्प्रिंकलर यानी टपक और फव्वारा सिंचाई यंत्र शामिल होते हैं, जो 60 प्रतिशत तक पानी बचाकर फसलों का उत्पादन और क्वालिटी दोनों ही बढ़ा देते हैं. कम पानी वाले या सूखाग्रस्त इलाकों के लिए ये तकनीक किसी वरदान से कम नहीं है. अधिक जानकारी के लिए पीएम कृषि सिंचाई योजना के ऑफिशियल पोर्टलPradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana (pmksy.gov.in)पर विजिट कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री कुसुम योजना
इन दिनों भारत में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है. इससे बिजली की बचत होती ही है, साथ ही सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करके भी अच्छी कमाई कर सकते हैं. खेती में सिंचाई आदि कार्यों के लिए बिजली की अच्छी-खासी खपत होती है. ऐसे में किसानों को भी सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने और सोलर पंप से सिंचाई करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) सिंचाई के लिए सोलर पंप की खरीद पर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर 30-30 प्रतिशत की सब्सिडी देती हैं. वहीं नाबार्ड और वित्तीय संस्थाएं भी 30 प्रतिशत लोन उपलब्ध करवाती हैं. इस तरह 90 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ लेकर सिर्फ 10 फीसदी खर्च में सोलर पंप लगवा सकते हैं. इस योजना के बारे में अधिक जानने के लिएKUSUM YOJANA (kusumonlineyojana.co)पर विजिट कर सकते हैं.
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
जो मिट्टी फसलों का बेहतरीन उत्पादन देती है, उसकी सेहत का ख्याल करना भी तो आवश्यक है. अब मिट्टी की सेहत का ख्याल रखने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना चलाई जा रही है. इस योजना के तहत खेत की मिट्टी का सैंपल लेकर मृदा जांच लैब में भेज सकते हैं, जिसके बाद लैब की तरफ से मृदा स्वास्थ्य कार्ड (Soil Hralth Card) जारी किये जाते हैं. इस कार्ड में मिट्टी की कमियां, मिट्टी की आवश्यकता, सही मात्रा में खाद-उर्वरक, फसलों का प्रकार आदि सभी जानकारियां मिल जाती है. अधिक जानकारी के लिए इस ऑफिशियल वेबसाइटSoil Health Card (dac.gov.in)पर विजिट कर सकते हैं.