रेलवे स्टेशन में कीट नहीं होने से सिर्फ यात्रियों के दर्ज किए नाम

रायगढ़. । प्रदेश के साथ ही जिले में हर दिन कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है वहीं अगर 01 अप्रैल से मिल रहे मरीजों की संख्या पर नजर डाले तो १२ दिन में 25४४ नए केस मिले हैं ऐसे में विगत दिनों शासन से आदेश जारी हुआ था कि बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की रेलवे स्टेशन में ही कोविड जांच की जाएगी। इस दौरान जिन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आता है उसे घर भेजा जाएगा तथा जिनकी रिपोर्ट पाजिटिव आता है तो उसकी स्थिति को देखते हुए गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जाएगा। ताकि संक्रमण को रोका जा सके, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्था कहें या मटेरियल की उपलब्धता न होने के कारण जांच नहीं हो पा रही है। ऐसे में मरीज कम होने के बजाय और बढऩे की उम्मीद जताई जा रही है।
एक दिन ही हो पाया जांच
शासन के आदेश के बाद सोमवार को रेलवे स्टेशन में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा बाहर से आने वाले मरीजों की नाम दर्ज के साथ कोविड जांच भी किया गया। इस दौरान ७३ यात्रियों की जांच की गई, जिसमें नागपुर से आने वाली एक महिला कोरोना पाजिटिव पाई गई। जिसे विभाग द्वारा दवा उपलब्ध कराते हुए होम आईसोलेशन में रहने के लिए कहा गया है।
दूसरे दिन कीट खत्म
लाकडाउन का समय नजदीक आते ही रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। इस दौरान मंगलवार को रायगढ़ रेलवे स्टेशन में उत्कल एक्सप्रेस व साउथ बिहार एक्सप्रेस से करीब २०० यात्री उतरे थे, लेकिन इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के पास न तो एंटीजन कीट उपलब्ध था और न ही टेंपरेचर स्क्रीनिंग मशीन भी खराब हो गया था, जिसके कारण कर्मचारियों ने यात्रियों के सिर्फ नाम दर्ज करके ही छोड़ दिया। ऐसे में मरीजों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार को कीट उपलब्ध नहीं हो सका है, इस कारण यात्रियों की जांच नहीं हो पाई है।

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