अजीब फरमान, पांचवीं तक की कक्षाएं खुलेंगी, लेकिन छठवीं-सातवीं के साथ 9वीं-11वीं नहीं

रायपुर. प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश और अजीबो-गरीब फरमान ने सभी को उलझा दिया है। छात्र और पालक तो छोड़िए, स्कूल प्रबंधन और शिक्षक भी इन फैसलों को समझ नहीं पा रहे हैं। शुक्रवार को एक सूचना इस संदर्भ में जारी की गई है। इसके मुताबिक, प्रदेश में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं तो खुलेंगी लेकिन 6वीं और 7वीं की कक्षाएं प्रारंभ नहीं होंगी। इसी तरह आठवीं की कक्षाएं ऑफलाइन मोड में लगेंगी, लेकिन 9वीं की नहीं। दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं भी संचालित होंगी, लेकिन 11वीं के छात्र स्कूल नहीं जाएंगे। प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों को बुलाए जाने, लेकिन माध्यमिक कक्षाओं के छात्रों को ना बुलाए जाने का गणित कोई भी नहीं समझ पा रहा है। शासन ने प्रदेश में 2 अगस्त से शैक्षणिक संस्थान खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। हालांकि इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि, समिति और पालकों का सहमति अनिवार्य होगी। अब स्कूल शिक्षा विभाग ने उन कक्षाओं की सूची जारी की है, जो खुलेंगी और जो अगले आदेश तक बंद ही रहेगी। इसके आधार पर ही स्कूलों को ऑफलाइन पढ़ाई की तैयारी करने कहा गया है।

15 अगस्त के बाद फैसला: वर्तमान में 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाओं को छोड़कर सभी कक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी। इन कक्षाओं की पढ़ाई पहले की तरह ऑनलाइन मोड में जारी रहेगी। इन कक्षाओं को ऑफलाइन मोड में संचालित करने का निर्णय 15 अगस्त के बाद किया जाएगा। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, यदि 15 दिनों तक स्कूल में पढ़ाई के दौरान संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आता है तो शेष कक्षाएं भी खाेल दी जाएंगी। नहीं समझ पा रहे तर्क स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आधी कक्षाओं को खोलने और आधी कक्षाओं को बंद रखने का फरमान तो सुना दिया गया है, लेकिन इसके पीछे का तर्क समझ के परे है। निजी स्कूल प्रबंधन के अलावा सरकारी विद्यालयों के प्राचार्य और शिक्षक भी इसे समझ नहीं पा रहे हैं। आदेश के बाद पालक भी स्कूलों से यह पूछ रहे हैं कि जब छोटे बच्चों को बुलाया जा रहा है तो बड़े बच्चों को क्यों नहीं? इसके अलावा आदेश में एकरूपता और स्पष्टता नहीं होने के कारण भी इसे लेकर बार-बार असमंजस की स्थिति निर्मित हो रही है।

12वीं ओपन स्कूल के नतीजे आज राज्य ओपन स्कूल द्वारा हायर सेकंडरी के नतीजे आज जारी किए जाएंगे। मुख्य व अवसर दोनों ही परीक्षा के परिणाम 31 जुलाई को दोपहर 12 बजे घोषित हो जाएंगे। रिजल्ट वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए शिक्षामंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ऑनलाइन जारी करेंगे। छात्र अपने नतीजे www.sos.cg.nic.in पर देख सकते हैं। राज्य ओपन स्कूल की 12वीं की परीक्षा में इस वर्ष लगभग 70 हजार छात्र शामिल हुए हैं। ओपन बोर्ड की परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में अप्रैल माह में आयोजित की जानी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इसे रद्द कर दिया गया था। बाद में छात्रों को उनके परीक्षा केंद्र से उत्तरपुस्तिकाएं और प्रश्नपत्र वितरित किए गए। छात्रों ने घर बैठे पर्चे हल करने के बाद उत्तरपुस्तिकाएं परीक्षा केंद्र में जमा की है। छात्रों का मूल्यांकन इसी आधार पर किया गया है। गौरतलब है कि यह लगातार दूसरा साल है, जब ओपन स्कूल के छात्रों का मूल्यांकन एग्जाम फ्रॉम होम पद्धति से किया गया है।

इसलिए फैसला सामान्यत: ओपन स्कूल द्वारा 10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षाओं के नतीजे एक साथ ही घोषित किए जाते रहे हैं। परीक्षाएं देरी से आयोजित किए जाने के कारण मूल्यांकन कार्य में भी विलंब हुआ है। दाेनों कक्षाओं को मिलाकर लगभग डेढ़ लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। अगस्त से महाविद्यालयों में प्रवेश प्रारंभ हो रहे हैं। ओपन स्कूल द्वारा पहले से ही 12वीं के मूल्यांकन को प्राथमिकता दी गई। छात्र तय वक्त पर महाविद्यालयों में प्रवेश ले सकें, इसलिए 12वीं के नतीजे पहले जारी कर दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, 10वीं का मूल्यांकन कार्य भी अंतिम चरण में है। अगस्त माह में इसके भी परिणाम जारी हो जाएंगे।

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