
जगदलपुर. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संगठनों द्वारा किए गए ड्रोन हमले के बाद बस्तर में भी इसी माध्यम से हमले की आशंका को देखते हुए फोर्स को अलर्ट किया गया है। अबुझमाड़ समेत दक्षिण बस्तर के बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले के अंदरूनी इलाकों के नक्सलियों के आधार क्षेत्र में सीआरपीएफ, कोबरा और पैरामिलेट्री फोर्स तैनात हैं। खुफिया तंत्र ने अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है, सुकमा जिले के दोरनापाल इलाके में पिछले 7 जून को संदिग्ध ड्रोन देखा गया था। ड्रोन के ऐसे मॉडल बाजार में भी उपलब्ध हैं। सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध ड्रोन दिखने के बाद मल्टी एजेंसी सेंटर की एक बड़ी बैठक हुई है, जिसमें छत्तीसगढ़ में कार्यरत एजेंसियों को अवगत कराया गया कि नक्सली अब इनपुट के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। विशेषकर सुरक्षा बलों की गश्त के दौरान रेकी के लिए इसका इस्तेमाल हो रहा है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक बस्तर संभाग के कई क्षेत्र में नक्सली फोर्स को निशाना बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं, जिसमें ड्रोन का इस्तेमाल भी हो सकता है।
विदेशी हथियार और साजो सामान बरामद नक्सलियों द्वारा बस्तर के कई इलाकों में बारूदी सुरंग विस्फोट और फोर्स द्वारा नक्सलियों के कैंपों पर किए गए हमले के बाद बड़ी मात्रा में जो सामान बरामद हुए हैं उसमें विदेशी हथियार, वॉकी टॉकी, वायरलेस सहित कई साजो सामान विदेश के हैं। विशेषकर पाकिस्तान, नेपाल, चीन और रूस के भी सामान मिले हैं। जिस तरह से ड्रोन का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में फोर्स पर हमला के लिए किया गया उससे यह भी आशंका बनी है कि बस्तर के नक्सलवादी भी इस तरह का हमला कर सकते हैं। ड्रोन हमले से इंकार नहीं ड्रोन से फोर्स पर हमले की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात फोर्स को अलर्ट रहने को कहा गया है। खुफिया तंत्र बस्तर संभाग के सभी क्षेत्र में नजर रखे हुए हैं, जहां नक्सलियों द्वारा ड्रोन से हमले की आशंका है। हालांकि अभी तक ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है। नक्सल इलाका होने के कारण यहां फोर्स को सचेत रहने को कहा गया है।