
रायगढ़ जिले के सामाजिक अंकेक्षको द्वारा भुगतान के लिये कलेक्टर,जिला सीईओ व सीजी एसएयू संचालक से लगाई गुहार!
@उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते कई महीने का नही मिल सका भुगतान….!
असलम खान धरमजयगढ़ रायगढ़ न्यूज:- छत्तीसगढ़ सामाजिक अंकेक्षण दल जो कि उनके द्वारा ग्राम पंचायत के मुख्य योजना मनरेगा से संपादित कार्यों का प्रत्येक वित्तीय ऑडिट निरीक्षण किया जाता है।
जिसमे संपादित कार्यों का लागत राशि, गुडंवत्ता निरीक्षण करने हेतु ऑडिटरों ,वी.एस.ए/ समूह के महिला जो कि अपने घर परिवार छोटे छोटे बच्चे को छोड़ अपने कलेजे के टुकड़े अपनी ममतामयी बच्चे को छोड़ कर दो वक्त की रोटी हेतु अपनी ममता की गला घोंट कर प्रत्येक पंचायत में छह दिवस रुक कर मनरेगा ग्राम पंचायत के घर-घर जा कर मनरेगा मजदूरों की परेशानी को समझते हुए,बकाया मजदूरी भुगतान कराने का कार्य करते हैं।
लेकिन यहां बदकिस्मती यह है कि जो कर्मचारी मनरेगा मजदूरों की भुगतान हेतु निःस्वार्थ भाव से लड़ाई लड़ने वालों को ही पिछले अगस्त माह से तनख्वाह नही मिला,उनका भुगतान नही मिला है।
बता दें रायगढ़ जिले में कुल 09 ब्लॉक रायगढ़, पुसौर, बरमकेला, सारंगढ़, खरसिया, तमनार, घरघोडा, धरमजयगढ़, लैलूंगा के किसी भी अंकेक्षणकर्ता को नही मिली है भुगतान जिससे ऑडिटरों का मनोबल पूर्ण रूप से टूट चुका है।
“” इस विषय मे जिला सामाजिक अंकेक्षण प्रदाता (डी.एस.ए. एफ) श्री हरीश सिंह सिदार से पंचायत ऑडिटरों द्वारा कई दफे भुगतान समन्धित मौखिक चर्चा दौरान श्री सिदार के द्वारा अस्वासन देते हुये बताय की हमारे पूरे रायगढ़ के ब्लॉक सामाजिक अंकेक्षण प्रदाता, जिला सामाजिक अंकेक्षण प्रदाता का भी पिछले अगस्त2021 से मानदेय भुगतान शेष है जिसमे आप ग्राम पंचायत सामाजिक अंकेक्षको का एक साथ फंड प्राप्त होने पश्चात ही भुगतान होगा जानकारी से पता चला कि सामाजिक अंकेक्षण इकाई दल हेतु मनरेगा से 0.05 प्रतिशत का ही बजट प्राप्त होता है.।
क्या कहते हैं चग्सौ संचालक श्री मनोज कुमार तिवारी:-
शासन से हमे 2022-2023 का बजट पास होने के बाद भी हमारे फंड में राशि प्रदान नही किया गया है। परंतु हमारी पूरी कोशिश है, कि पिछले अगस्त 2021 से मार्च 2021 के मध्य कार्य किये हुये कर्मचारियों का भुगतान 2 जून से पहले भुगतान कर दिया जायेगा जिससे आप सभी 02 जून 2022 की रोटी अपने लंबित भुगतान से खाओगे ।अब ऐसे में सोंचने वाली बात यह है की, आज से 2 जून तक छत्तीसगढ़ के समस्त ऑडिटर खायँ तो क्या खाय ( लाल प्याज बोरे बासी पाताल चटनी ) खाय कि और कुछ????यहां सोंचने वाली अहम बात यह है कि,सामाजिक अंकेक्षण इकाई को अंकेक्षणकर्ताओ को मानदेय हेतु वितीय वर्ष 2021-22 का जो शासन से प्राप्त बजट राशि जो सामाजिक अंकेक्षण इकाई को प्राप्त हुआ था,आखिर वह राशि गया तो गया कंहा ,यह बड़ा सवाल है???