
कर्मा महोत्सव में विधायक चक्रधर सिंह सिदार ने किया शिरकत।
लैलूँगा।उराँव समाज लैलूँगा द्वारा निरन्तर 9 वर्षो से लगातार कर्मा महोत्सव का आयोजन उराँव संमाज के भवन लैलूँगा में किया जा रहा है ।जिसमे इस वर्ष लैलूँगा विधायक चक्रधर सिंह सिदार ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।कार्यक्रम के शरूआत में विद्यायक लैलूँगा और समस्त अतिथियों को सड़क से लेकर मंच तक उराँव समाज के सदस्यों ने बाजे गाजे के साथ मंच तक ले कर पहुँचे।माँ करमसेनि और करमराजा की पूजा अर्चना कर समस्त अतिथियों को भुइय्यासन में बिठा कर सामाजिक रीति अनुसार समाज के नवनियुक्त अध्यक्ष रवि भगत के द्वारा गमछा पहना कर स्वागत किया गया उसके बाद समाज के लोगो पुष्प गुच्छ से भी सभी अतिथियों का स्वागत किया गया।कार्यक्रम का स्वागत सम्बोधन करते हुवे समाज के अध्यक्ष रवि भगत ने उराँव समाज के द्वारा विगत 9 वर्षों से चले आ रहे करमा महोत्सव का विस्तृत वर्णन करते हुवे समाज के लिए सामाजिक लोगो के योगदान के साथ साथ खेल कूद के साथ साथ शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में योगदान देने वाले सामाजिक लोगो का जिक्र कर समाज की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए उनके योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। और मुख्य अथिति से सरहुल पूजा स्थल झरन के लिए घेराव की मांग की ।उसके पश्चात जनपद अध्यक्ष श्रीमती किरण पैंकरा ने करम राजा की जय घोष कर उपस्थित सभी की कुशलता की कामना की।विधायक चक्रधर सिंह सिदार ने करम सैनी माँ की जयकार करने उपरांत उराँव समाज की नवीन कार्यकारणी के सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुवे बिरसिंघा गांव में उराँव समाज के लोगो से सिख लेने की सलाह सभी को दी उनके अनुसार इस ग्राम में उराँव समाज के लोग शिक्षक के साथ साथ बहने पुलिस में तो अन्य सरकारी विभागों के साथ साथ सिमा की सुरक्षा में भी है और जो शाशकीय सेवा में नही है वे किसान और कुशल व्यवसाय कर रहे है इस हेतु सभी समाज के लोगो के लिए वे प्रेरणा स्रोत है हम सभी को उनसे सिख लेने की आवश्यक्ता है। सरहुल क्षेत्र झरन में वे अपनी तरफ से पानी की व्यवस्था की घोषणा की उनके साथ उपरोक्त कार्यक्रम में पूर्व नगर पँचायत अध्यक्ष ओमसागर पटेल,नगर पंचायत के उपाध्यक्ष रविन्द्र पाल ध्रुवे,पार्षद आदित्य बाजपेयी,एल्डरमैन शंकर लाल यादव,ने भी अपनी उपस्थिति दी।उराँव समाज के उपाध्यक्ष पालू राम भगत ने सभी का आभार प्रदर्शन किया। कर्यक्रम में उराँव समाज के सभी पदाधिकारियों के साथ समाज के माताए व बहने काफी संख्या में उपस्थित थे।