CG ओलंपिक गर्व का विषय,संस्कृति का नही कर सकते सम्मान तो पद छोड़े प्राचार्य

आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य के बयान पर भड़के विधायक प्रतिनिधि

घरघोड़ा सजेस के प्राचार्य को हटाने की हुई है मांग

घरघोड़ा के आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य संजय पंडा द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजना CG ओलंपिक को 'फालतू' बताने के बयान पर विधायक प्रतिनिधि किरोड़ी तायल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि "छत्तीसगढिया ओलंपिक जो छत्तीसगढ़ के संस्कृति और समरसता का परिचायक बन रहा है ,जिस पर हर छत्तीसगढ़िया को गर्व है उस ओलंपिक खेल को फालतू बनाने वाले अपनी मानसिकता सुधारें और यदि छत्तीसगढ़ में रहकर छत्तीसगढ़ की संस्कृति का सम्मान नही कर सकते तो आत्मानंद के प्रभारी प्राचार्य अपना पद छोड़ दें" । दरअसल पिछले दिनों छत्तीसगढ़ ओलंपिक में भागीदारी के सिलसिले में स्कूल पहुंचे राजीव मितान क्लब के अध्यक्ष को प्रभारी प्राचार्य संजय पंडा द्वारा Cg ओलंपिक को फालतू काम बताते हुए भागीदारी से इनकार कर दिया था । हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख प्राचार्य ने ओलंपिक के अंतिम दिन बच्चो को भेजकर लीपा पोती के असफल प्रयास भी किया परन्तु तब तक यह बात मीडिया एवं उच्चाधिकारियों तक पहुंच गयी थी । DEO रायगढ़ को उस बाबत शिकायत होने और मीडिया में खबरे प्रसारित होने के बाद विधायक प्रतिनिधि की भी तीखी प्रक्रिया सामने आई है ।

हमेशा से विवादों में रहे हैं प्रभारी पंडा CG ओलंपिक को फालतू बताने वाले प्रभारी प्राचार्य संजय पंडा स्कूल में पदस्थान से ही विवादों में रहे हैं । चाहे एडमिशन में धांधली की बात हो या पाइप टूटने पर बच्चों से पैसे मांगने की ईस तरह के विवादों में घिरे रहने वाले प्राचार्य ने इस बार छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को फालतू बताकर फिर से नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है । इससे जाहिर है कि प्रभारी प्राचार्य स्वयं को सुप्रीम मानने लगे हैं और अधिकारियों और शासन के आदेश को ये कुछ नही समझते । अब देखना है कि इस बड़े कारनामे के बाद प्राचार्य की स्वेच्छारिता पर विभाग क्या और कैसी कार्यवाही करता है ।

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