
किसान सम्मेलन और प्रेसवार्ता हुआ आयोजित, कांग्रेस ने केन्द्र पर लगाए आरोप
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशन पर ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी लवन के तत्वाधान में केन्द्र के कृषि कानून के विरोध में किसान सम्मेलन एवं प्रेसवार्ता का आयोजन मंगलवार को दोहपर 12 बजे बाजार चैक लवन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर किसान सभा को सम्बोधित करते हुए प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि किसान आज केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा लाए तीनों काले कानून का विरोध करने के लिए माइनस 2 डिग्री तापमान पर खुले आसमान के नीचे बैठे हुए है। बीते दिनों 26 जनवरी को हुई घटना किसी से छिपी नहीं है, केन्द्र में बैठी भाजपा के लोगों द्वारा लाल किले का अपमान करते हुए राष्ट्रध्वज फहराने की जगह पर किसी एक धर्म का झण्डा फहराह दिया गया। किसान आंदोलन को तीन माह होने को है जिसमें करीब 100 से 150 लोगों की मृत्यु हो चूकी है। आंदोलन की वजह से ही भारत देश आजाद हुआ है, चाहे वह सविनय अविज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन या नमक सत्याग्रह का आंदोलन रहा हो। वही कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग की वजह से हरियाणा व पंजाब के किसान सबसे ज्यादा परेशान है। केन्द्र की मोदी सरकार महज चार लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम में परिवर्तन करती है। एमएसपी को कानून में परिवर्तन करना नहीं चाहती। नवनियुक्त ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष गुरूदयाल यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार की कृषि काननू से होने वाले लाभ हानि को विस्तार पूर्व बताया और केन्द्र की मोदी सरकार अदानी और अंबानी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए तत्काल कृषि कानून को वापस लेने के लिए किसान पिछले तीन माह से आंदोलनरत है। मोदी सरकार द्वारा देश में थोपे गए तीनों काले कानूनों का विरोध करते हुए लगभग 150 किसानों की मौत चूकी है। भाजपा ने ही पूर्व में कहा था कि स्वामीनाथन की कमेटी लागू होगी और किसानों को उसकी लागत से डेढ़ गुना अधिक मुनाफा होने की बात कही गई थी। कांग्रेस सरकार जो कहती है उसे पूरा जरूर करती है, राज्य की कांग्रेस सरकार ने चुनाव पूर्व 36 घोषणाएं की गई थी जिनमें से 24 घोेषणाओ को पूरा कर लिया गया है। जिला पंचायत सदस्य परमेश्वर यदु ने कहा कि केन्द्र की सरकार द्वारा बनाये गए तीनों काले कानून किसान के खिलाफ है। कुछ उद्योेगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए इस प्रकार का काले कानून बनाया गया है। इस कानून से किसान भविष्य में सड़क पर आ जायेंगे। किसान सम्मलेन के माध्यम से कहा कि मोदी सरकार तीनों काले कानून को वापस ले। अन्यथा पूरे देश से विरोध शुरू होगा। पूर्व ब्लाॅक अध्यक्ष देवीलाल बार्वे ने कहा कि मोदी ने भारत को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोडी है उन्होंने रातों रात नोट बंदी लागू कर दी, जीएसटी लागू कर दी, फिर रातो रात किसानों को बगैर पूछे तीन काला कानून ला दिए जिससे पूरे देश के किसान भड़क गये है। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार काले कानून को वापस नहीं लेती है तब तक किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। हम किसानों का समर्थन करते है। उक्त कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन कांग्रेस नेता अमर मिश्रा ने किया। इस अवसर पर ब्लाॅक कांग्रेस लवन प्रभारी प्रभाकर मिश्रा, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष गुरूदयाल यादव, परमेश्वर यदु, देवीलाल बार्वे, प्रताप डहरिया, पार्षद मृत्युजंय पाण्डेय, दयाशंकर कुर्रे, रूपचंद मनहरे, सरपंच बिरेन्द्र कुर्रे, सतीष पाण्डेय, अमर मिश्रा, सरपंच हिस्साराम पैकरा, महिला ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष कांति मनहरे, पार्षद दीपमाला अनंत, अमृता कात्रे, बनवारी बार्वे, जीवन साहू, चुन्नी जायसवाल, धर्मेन्द्र खुंटे, श्यामु विश्वकर्मा, सुनील डहरिया, कोमल वर्मा, पोष कुमार साहू, धनकुमार औधेलिया सहित बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेसजन उपस्थित रहे।