गढ़चिरौली पुलिस को बड़ी सफलता 12 लाख इनामी नक्सली पति-पत्नी ने किया अत्म्य समर्पण–

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू के रिपोर्ट–12.5.22
गढ़चिरौली पुलिस को बड़ी सफलता 12 लाख इनामी नक्सली पति-पत्नी ने किया अत्म्य समर्पण–
पखांजूर–
पखांजुर छत्तीशगढ़ से लगे सीमा महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले में १२ लाख ईनामी ०२ खूंखार नक्सलीयों का आत्मसमर्पण किया।सरकार द्वारा जारी किये गये आत्मसमर्पण योजना के तहत साल भर में विभिन्न मुठभेड़ो में नक्सलीयों का किया गया खात्मा एवं हिंसा के जीवन को परेशान हुए वरिष्ठ नक्सलीयो सहीत अधीक खूंखार नक्सली ने आज तक आत्मसमर्पण किया है । उसी के चलते आत्मसमर्पित नक्सलीयों का गढ़चिरौली पुलिस द्वारा पुनर्वास देने के कारण नक्सली बड़ी मात्रा में आत्मसमर्पण कर रहे है । हाल ही में १२ लाख रुपये इनाम रहे नक्सली नाम
१-कोलू ऊर्फ विकास ऊर्फ विनोद ऊर्फ सुकांत पदा उमर २७ साल निवासी वाकुर पुलीस सहायता केंद्र कोयलीबेडा तहसील ओरछा जि . नारायणपुर ( छ.ग. )
२- राजे ऊर्फ डेवो जैराम उसेंडी उमर ३० साल निवासी जवेली ( बु . ) तहसील एटापल्ली जिला गढ़चिरोली इन्होने पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल इनके सामने आत्मसमर्पण किया । आत्मसमपीत सदस्य के बारे में जानकारी कोल ऊर्फ विकास ऊर्फ विनोद ऊर्फ सुकान्त पदा नक्सली की कार्य अवधी कोलु पदा माह- सितंबर २०१० मे प्रतापपुर दलम सदस्य पद पर भरती हुआ था,माह नवंबर २०११ से नवंबर २०१७ तक वह सीसीएम सुधाकर गार्ड के रूप में कार्यरत था, माह जुलाई २०१७ से दिसंबर २०२१ तक कंपनी नं . १० में वह सेक्शन कमांडर पदपर काम कर रहा था ।
कार्यअवधी में दर्ज अपराध
कोलु पदा पर ०३ खून ०७ मुठभेड ०१ डकैती के ऐसे कुल ११ अपराध दर्ज है । नक्सल में काम करते हुए उनसे भिन्न जगहों पर ०३ घात लगाए थे । छत्तिसगढ़ ग्राम अवालवरसे ( छ.ग ) महाराष्ट्र के ग्राम झारेवाडा , येलदळमी , पोयारकोटी इस एम्बुश में और ओरीसा राज्य के ग्राम गुंडापुरी , कजेमझरी , चुरमेट्टा में वह शामिल था,गढ़चिरोली जिले के पुलीस सहायता केंद्र कोठी क्षेत्र के मोजा पोयारकोठी जंगल क्षेत्र में उसने लगाए हुए घात से साल २०२० में १ पुलिस अधिकारी और ०१ पुलिस जवान शहीद हो गए थे ।
राजे ऊर्फ डेबो जैराम उसेंडी नक्सली की कार्य अवधी,माह फरवरी २०११ में कसनसुर दल में सदस्य रूप में भरती हुई थी,सितंबर २०१२ से दिसंबर २०२१ तक कंपनी नं .१० में सदस्य के रूप में अब तक कार्यरत थी,गढ़चिरौली जिले के पुलीस सहायता केंद्र कोठी क्षेत्र के मोगा पोयारकोठी जंगल क्षेत्र में उसने लगाए हुए घात से साल २०२० में पुलिस अधिकारी और ०१ पुलिस जवान शहीद हो गए थे ।
कार्यअवधी मे दर्ज अपराध
राजे उसेंडी पर ०१ खुन ०४ मुठभेड ०१ आगजनी के कुल ०६ अपराध दर्ज है । साल २०१ ९ में ग्राम मुखपशी के साईनाथ तब्बे की हत्या में वह शामिल थी ।
दोनों ने आत्मसमर्पण करने की बजह
नक्सल के वरिष्ठ माओवादियों व्दारा महिलाओं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किये जाने के कारण ।जंगल में दलम के साथ दूर – दूर तक पैदल चलना पड़ता है ।नक्सलीयों के लिए जन समर्थन की कमी के कारण ।भारी मात्रा में दलम का बोज उठाकर वन क्षेत्र में रहना पड़ता है । जंगल में वन्यजीवों खतरा होने के कारण ।दलम में नसबंदी और पति – पत्नी को दूसरे दल में अलग – अलग रखने के कारण,पुलिस बल के भारी मात्रा में नक्सल विरोधी अभियान के कारण वरिष्ठ संवर्ग और कनिष्ठ संवर्ग के बीच बुनियादी सुविधाओं के लिए भेदभाव किये जाने के कारण,वरिष्ठ माओवादीयों व्दारा चिकित्सा व्यय भुगतान न करने के कारण ।उन्होंने कहा की महाराष्ट्र सरकार की सरेंडर योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर रहा हु । महाराष्ट्र सरकार व्दारा घोषित पुरस्कार,
महाराष्ट्र सरकारने ने कोलु पदा इसपर ८ लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी । राजे उसेंडी इसपर ०४ लाख रुपयों का इनाम घोषीत किया गया था । आत्मसमर्पण के बाद सरकार की और से मिलनेवाले पुरस्कार
आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए सरकार की ओर से कोलु पदा के लिए ३.५० लाख रुपयों का इनाम घोषित किया गया है वही आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए राजे उसेंडी को २.५० लाख रुपयों का इनाम घोषित किया गया है ।पती – पत्नी के एक साथ आत्मसमर्पण करने पर अतिरिक्त १.५० लाख रुपये ऐसे कुल मिलाकर ७.५०लाख रूपये और सरकार के अन्य योजनाएं का लाभ मिलनेवाला है । साथ ही सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा । गढ़चिरोली जिला पुलिस बल के द्वारा प्रभावी नक्सली विरोधी अभियान चलाने के कारण साल २०१ ९ से २०२२ साल में अब तक कुल ४७ नक्सलीयों ने आत्मसमर्पण किया । विकास कार्य में बाधा पहुंचानेवाले नक्सलीयों को मुहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस विभाग सक्षम है । हिंसा का मार्ग छोड़कर अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए और लोकतंत्र में सम्मान जनक जीवन जिले के लिए इच्छुक नक्सलीयों को गढ़चिरौली पुलिस बल पुरी ताकद के साथ सहयोग करेगा । इसलीए राह भटके हुए नक्सलियों को मुख्यधारा में शामील होकर शांतिपूर्ण जीवन बिताने के लिए आत्मसमर्पण करने का आव्हान पुलिस अधीक्षक गढ़चिरोली अंकित गोयल सा. इन्होंने किया है ।