

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–2.8.22
*पूर्व मुख्यमंत्री रविशंकर शुक्ल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल को कांग्रेसियों ने किया नमन :-
⭕⭕ विधायक नाग बोले स्वतंत्रता के बाद रियासतों के विलय में रविशंकर शुक्ल का महत्वपूर्ण योगदान
⭕⭕ विद्याचरण शुक्ल के आंदोलन की देन से पृथक छग प्रदेश निर्माण :- विधायक नाग
पखांजूर–
विधायक कार्यालय अंतागढ़ में अविभाजित मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल की जयंती के अवसर पर क्षेत्रीय विधायक अनूप नाग समेत कांग्रेस जनों के द्वारा दोनों नेताओं के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर श्रंद्धाजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया ।
जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक अनूप नाग ने कहा कि पंडित रविशंकर शुक्ल जी अविभाजित मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री बने स्वतंत्रता के बाद रियासतों के विलय में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया । पंडित रविशंकर शुक्ल को आधुनिक मध्य प्रदेश का निर्माता बताया और उन्होंने कहा प्रदेश के कद्दावर नेता शहीद विद्याचरण शुक्ल 9 बार सांसद निर्वाचित होकर अनेक बार इंदिरा ग़ांधी के सरकार में मंत्री मंडल में महत्वपूर्ण पदों में रहे और राज्य गठन आंदोलन में भाग लिया अविभाजित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के उत्थान के लिए शुक्ला परिवार का योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा और उसी प्रकार विद्याचरण शुक्ल के ही आंदोलन की देन से पृथक छग प्रदेश निर्माण हुआ ।
रविशंकर शुक्ल मध्य प्रदेश के भीष्म पितामह :- नाग
विधायक नाग ने कहा कि तत्कालीन सीपी और बरार तथा पुनर्गठित मध्य प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक जीवन की भूमध्य रेखा रहे पंडित रविशंकर शुक्ल मध्य प्रदेश के भीष्म पितामह की तरह इतिहास में दर्ज किए गए हैं । उन्होंने बताया की उनकी असाधारण नेतृत्व क्षमता का बीजगणित उनके आत्मविश्वास में था उनका भौतिक प्रभावशाली व्यक्तित्व को उनकी आत्मा का बाह्य साक्षात्कार बताया । विधायक ने बताया रविशंकर शुक्ल की प्रतिभा बहुमुखी थी । वे एक साथ शिक्षक, लेखक, अधिवक्ता, विचारक, पत्रकार आदि रूपों में अपनी प्रतिभा से परिचय कराते रहे हैं ।
शुक्ल ने असाधारण सूझबूझ, धैर्य, दृढ़ निश्चय और निर्णय क्षमता का इजहार करते हुए अपने समर्थकों और आलोचकों को एक साथ चमत्कृत कर दिया करते थे।
ये रहे मौजूद
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश चंदेल, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष दुर्गेश ठाकुर, राकेश गुप्ता, रफीक खान, दिलीप सरकार, बीरेंद्र पटेल, रमेश बघेल, आत्माराम आंछला समेत दर्जनों कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे ।