ग्रामीण क्षेत्रों में ताबड़तोड़ मौतों से हड़कंप, लेकिन इसलिए जांच नहीं करा रहे लोग

लखनऊः राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब की करीब आधा दर्जन ग्रामसभाओं कुम्हरावां, पहाड़पुर, शुक्लनपुरवा, अरदमपुर और इंदारा आदि में पिछले एक महीने से कोरोना जैसे लक्षणों से ताबड़तोड़ मौतें होने से कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों का दावा है कि ये मौतें पंचायत चुनाव के दौरान फैली कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई हैं। जिसमें पिछले एक महीने के दौरान लगभग 50 लोगों की मौत होने का दावा किया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दौरान हर दिन दो से तीन लोगों की इस क्षेत्र में मौत हुई है। कुछ पढ़े लिखे ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इन ग्रामसभाओं में चिकित्सा सुविधाएं न के बराबर होने के कारण और सामाजिक बहिष्कार किये जाने के डर से ग्रामीण कोरोना जैसे लक्षण प्रकट होने पर भी इसे छिपाने की कोशिश करते हैं। उन्हें भय होता है कि कोरोना के लक्षण की बात बताने पर या जांच कराकर कोरोना की पुष्टि होने पर उन्हें और उनके परिवार से लोग बात करना बंद कर देंगे। जिसके चलते वह छिपाते हैं और संक्रमण फैलता है। इन हालात में ज्यादातर मौतें उम्र दराज लोगों की होने की बात कही जा रही है और इसे अधिक उम्र के चलते बीमारी से मौत होना बताया जा रहा है।

 

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