
चार साल बाद भी मंडल, निगम और आयोग के पद खाली, अब पुनः से दर्जन भर पदों पर नियुक्ति की है तैयारी:-
आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पंद्रह सालों के बाद कांग्रेस की सरकार आई है तब से सरकार खुद हाइड एंड सीक के अनुसार चल रही है।
अफसोसजनक है कि लंबे समय के बाद सत्ता सुख मिलते ही कांग्रेस की सरकार अपना और अपनों तक ही सिमट कर रह गई। सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने अपने चार साल पूर्ण कर लिए लेकिन निगम मंडल अध्यक्ष की पूरी सूची अभी तक नहीं घोषित नहीं कर सकी है।
सत्ता मिलते ही कांग्रेस के पदाधिकारी, नेता, सहयोगी, समर्थक, शुभचिंतक एवं कार्यकर्ताओं ने अपनी अपनी उम्मीदें लगा ली। बहरहाल काफी उठापटक, दावों एवं वादों के बीच निगम मंडल आयोग अध्यक्षों के कुछेक नामों को घोषित कर बार बार आवाज को दबाया गया।
लेकिन इस बीच उपचुनावों में कांग्रेस लगातार कामयाबी हासिल करती गई। भाजपा अभी भी पंद्रह सालों के सत्ता सुख को भुला नहीं पा रही है यही वजह है कि कई प्रमुख मुद्दों पर मुखर रूप से विरोध प्रदर्शित तक नहीं कर पाई जिसका सीधा फायदा सत्तारूढ़ कांग्रेस को मिला।
हालांकि कांग्रेस में अभी भी दो मुख्यमंत्री की खींचतान जारी है। जिसका असर बस्तर, सरगुजा और राजनांदगांव में अधिक दिखाई दे रहा है। कांग्रेस के चार वर्ष के कार्यकाल के बाद भी निगम, मंडल और आयोग के पद खाली होना सरकार की मनोस्थिति स्पष्ट कर रहा है कि सरकार खुद आत्मनिर्भर नहीं हो पा रही है और ना ही निर्णय ले पा रही है। ऐसे में प्रदेश में पुनः से पूर्ण बहुमत की सरकार को बचाए रखना ही वर्तमान मुख्यमंत्री के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो अब फिर से निगम मंडल और आयोग के रिक्त पदों पर नियुक्ति करने की तैयारी की जा रही है, इस बार दर्जन भर पदों पर नियुक्ति होने जा रही है। अंदरखाने की बातों से भी लगता है कि वर्तमान मुख्यमंत्री के लिए रिक्त पद सिरदर्द बनते जा रहे हैं।