छत्तीसगढ़ के इस प्रसिद्ध मंदिर में स्थापित होगा 151 किलो पारे का शिवलिंग, जानें डिटेल

राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के बर्फानी धाम स्थित मां पाताल भैरवी मंदिर में अब द्वादश ज्योतिर्लिंगों के साथ श्रद्धालुओं को पारा धातु के शिवलिंग के भी दर्शन किए जा सकेंगे. यहां 151 किलो के पारे के शिवलिंग की स्‍थापना की जा रही है, जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा 9 से 12 जुलाई को की जाएगी. इस शिविलिंग को उत्तराखंड के हरिद्वार से लाया गया है. मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने दावा किया है कि पारे से निर्मित 151 किलो वजनी शिवलिंग की स्थापना किसी मंदिर में संभवत: प्रदेश में पहली बार हो रहा है. राजनांदगांव के सिद्ध शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध मां पाताल भैरवी मंदिर के आकाश लोक में स्थित भगवान शंकर की प्रतिमा के साथ द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन यहां भक्तों को होते हैं. वहीं अब पारे के शिवलिंग की पूजा का भी अवसर श्रद्धालुओं को मिलेगा.

राजनांदगांव शहर स्थित शिव लिंगाकार मां पाताल भैरवी मंदिर के पाताल लोक में मां पाताल भैरवी विराजित हैं, तो वहीं भूलोक में राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी दसमहाविद्या विराजमान हैं और मंदिर के आकाश लोक में भगवान भोलेनाथ और द्वादश ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं. मंदिर समिति के सदस्‍यों ने बताया कि मां पाताल भैरवी मंदिर में पारे के शिवलिंग की स्थापना जनकल्याण के उद्देश्य से की जा रही है. माना जाता है कि पारे के शिवलिंग की पूजा करने से परिवार में सुख-शांति, समृद्धि के साथ समस्याओं से छुटकारा मिलता है और बीमारियां भी दूर होती है.

बर्फानी दादा ने की थी स्‍थापना की घोषणा
151 किलो वजनी इस पारे के शिवलिंग के दर्शन और पूजन का लाभ जुलाई माह से श्रद्धालुओं को मिलेगा. इस शिवलिंग की 9 से 12 जुलाई तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. मंदिर के पुजारी गोविंद महाराज ने बताया कि बर्फानी दादाजी ने यहां पारे के शिवलिंग की स्थापना करने की बात कही थी.उनके देवलोक गमन के बाद समिति के द्वारा यहां पारे का शिवलिंग लाया गया है, उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का पहला इतने वजन के पारे का शिवलिंग होगा, जो किसी मंदिर में स्थापित रहेगा.

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