
अफवाह के चलते छत्तीसगढ़ में बच्चा चोर गिरोह घूम रहा है ऐसा कुछ पॉम्पलेट व्हाट्सअप ग्रुप में वायरल हो रहे है जिससे पुलिस द्वारा जारी करना बताया जा रहा है जबकि ऐसा नही है।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ समय से इस तरह की अफ़वाह फैल रही है कि छत्तीसगढ़ में बच्चा चोर गिरोह घूम रहा है जिसको लेकर कुछ पॉम्पलेट भी व्हाट्सअप ग्रुप में सर्कुलेट हो रहे है जिससे पुलिस द्वारा जारी करना बताया जा रहा है जबकि ऐसा नही है। दुर्ग में इसको लेकर एक मामला दर्ज हुआ है जिसमें आरोपी गिरफ़्तार हैं। बाक़ी ऐसा कोई गिरोह प्रदेश में सक्रिय होने की जानकारी नहीं है।बहुत से जिलो में त्योहारों के कारण अलग अलग राज्यो से भिखारी आकर घूम रहे है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोर समझकर मार पीट की घटनायें भी हो रही है । अतः इस तरह के अफ़वाहो पर पर भरोसा ना करें। यदि कहीं किसी नागरिक को किसी पर संदेह होता है तो किसी प्रकार की मारपीट ना करें बल्कि पुलिस को खबर करें, जिसकी जाँच तत्काल की जाएगी।
वहीं उतई थाना क्षेत्र में भीड़ ने एक विक्षिप्त व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर पीटा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। विक्षिप्त व्यक्ति का प्राथमिक उपचार किया गया और सेंदरी अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज़ की गई है:
बता दें कि इस अफवाह से गांवों में फेरीवालों की संख्या बहुत कम हो चुकी है। इसके साथ ही बच्चा चोरी की अफवाह की दहशत इतनी है कि हर घर में बच्चे को बाहर भेजने या खेलने के लिए भी रोका-टोका जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी ऐसी अफवाहें तेजी से फैलती जा रही हैं। मारपीट के कई वीडियो भी इसको बढ़ावा दे रहे हैं।
मिडिया रिपोर्ट्स की माने तो बच्चा चोर गैंग की अफवाह को लेकर कई गांवों में ग्राम पंचायतों ने कोटवार के माध्यम से मुनादी करा दी है। इसमें कहा गया है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर सबसे पहले पंचायत में सूचना दें। कई ग्राम पंचायतों में रात को बारी-बारी से पहरा देना भी शुरू कर दिया गया है।
वहीं बीते दिनों साधुओं से मारपीट के मामले में दुर्ग एसपी पल्लव ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होने कहा कि दुर्ग पुलिस की जांच में ये पता चला है कि तीनों साधुओं से स्थानीय कुछ लड़कों ने पांच हजार रुपए की मांग की. पांच हजार रुपए नहीं दिए तो साधुओं को फंसाने की धमकी देने लगे.
एसपी ने बताया कि पैसे नहीं दिए तो साधुओं की पिटाई कर दी. यह माहौल बनाया कि तीनों साधु बच्चा चोर हैं. दुर्ग पुलिस की जांच में ये खुलासा हुआ है कि साधुओं से पैसे की डिमांड लोगों ने की थी. नहीं देने पर बच्चा चोर की अफवाह फैलाई गई. इसके बाद तीनों साधुओं के साथ मारपीट की गई.
गौरतलब है कि इस मामले में अब तक 14 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बाकियों की गिरफ्तारी देर रात तक या कल सुबह तक हो जाएगी. लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है। आरोपियों में सत्यनारायण चलधारी, मूलचंद विषाद, यशवंत साहू, सत्येंद्र कुमार महतो, भूपेश कुमार वर्मा उर्फ़ कान्हा वर्मा, धर्मेंद्र महतो, राहुल चौधरी, साधु यादव, रविन्द्र साहू, शुभम नेवारे, ऋतिक कुमार, जय सोनी, त्रिलोक सोनकर और राहुल सोलंकी पिता दौलत सोलंकी उम्र 19 वर्ष निवासी नेहरू चौक चरौदा बस्ती भिलाई का नाम शामिल है।