छाल खदान की ठेका कम्पनी द्वारा ड्राइवरों की सेलरी मे क़र रही कटौती को लेकर लाम्बन्ध हुए ड्राइवर

ओ बी कम्पनी आर के एस शासन से निर्धारित का नही दे रही है पेमेंट सिलिप

नवापारा/छाल —शनिवार सुबह से छाल खदान की ठेका कम्पनी आर के एस (राम कृपाल सिंह )ओ बी हटाने का काम छाल खदान (ओवर वर्डन याने खदान से कोयला निकलने से पहले मिट्टी हटाने का ठेका कम्पनी ) मे किया जा रहा वहाँ करीब 500 से ज्यादा ट्रक ड्राइवरों ने सेलरी की लेकर घरना दे रहे है इनकी मांग है। उन्होंने कहा कि शासन के द्वारा निर्धारित सेलरी 1022रु प्रति दिन का है लेकिन अभी 600रु के हिसाब से पेमेंट क़र रहे है जबकि हमें पेमेंट सिलिप भी देते इधर कम्पनी एस ई सी एल को पेमेंट चार्ट मे 1022 सो क़र रहे है हमें 600 रु देकर बाकी पेमेंट को हाजरी से काटकर घटा दे रहे है।
कम्पनी कि मेस कि खाने से असंतुष्ट — आज 500 से अधिक ड्राइवर एवं ऑपरेटर कम्पनी द्वारा दिया जा रहे भोजन पर भी सवाल उठा रहे है ड्राइवरों का कहना है कि कभी चावल तो कभी सब्जी अध पका खाना खिलाते है यहां तक की नानवेज को सोडा डालकर पकाते जो जल्दी गल जाता है और स्वास्थ्य के नुकसान दायक है झारखण्ड के ड्राइवर शाहिद ने बताया की मै एक माह से यहाँ खाना खा रहा हूं कभी स्वाद के कारण भर पेट नही खाया हूं 5 मई को तो चावल मे कीड़ा भी मिला था इधर रसोई इंचार्ज किरण कुमार ने बताया कि हम रोजाना 380 लोगो का खाना बनाते है कुछ लोग शिकायत किये है हम सुधार किये है।
इधर ड्राइवरों का कहना है कि मार्च मे पेमेंट की शिकायत कम्पनी मे किये थे जिसमे एस डी एम धरमजयगढ़ की उपस्थित मे कम्पनी द्वारा अप्रेल मे शासन द्वारा निर्धारित वेतन देंगे लेकिन अभी तक हमें वही पेमेंट दिया जा रहा है अभी सीजन मे इसका यही रवैया है तो सामने बरसात मे ऐसे भी काम कम हो जाता है तब तो हमें और धोखा दे देगा ज़ब तक कम्पनी द्वारा पेमेंट नही देती हम धरना से नही हटेंगे हमारर साथ ओ बी सी महासभा भी सहयोग क़र रहे है।
12 घंटे तक ड्यूटी — कम्पनी कि शिकायत यह भी है कि सुरक्षा पहरी से 12 घंटे ड्यूटी लेकर 9000 रु मेन्युअल सेलरी दे रहे है और उनको कोई ड्रेस तक भी दिए सुपरवाइजर को भी 12 घंटे ड्यूटी देना पड़ रहा है।

इस मामले में आर के एस कंपनी इंचार्ज रवि तिवारी का कहना है है कि कोई भी समस्या धरने से समाधान नही होता हमारे पास उनके 5 प्रतिनिधि आकर बैठेंगे तभी हम उनके समस्या का समाधान क़र सकते है।

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