जिला बेमेतरा में अब तक 1696 बच्चे हुए कुपोषण से मुक्त ,पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चो के साथ पालक भी होते है लाभान्वित
*कुपोषित बच्चों हेतु वरदान साबित हुई एनआरसी जिला अस्पताल बेमेतरा*
**आप की आवाज **
*दिनेश दुबे * 9425523689
बेमेतरा 24 मई 2024 = बेमेतरा जिला में जिला के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र – NRC जिला चिकित्साल्य बेमेतरा में संचालित है । जहाँ 0 वर्ष से 05 वर्ष तक के बच्चों को भर्ती कर कूपोषण से मुक्त करने का कार्य किया जाता है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, ANM, चिरायु के टीम द्वारा भेजा जाता है, एवं पालक स्वयं बच्चों को ला कर भी भर्ती करा सकते है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों को 15 दिवस तक भर्ती करके पोषन आहार एवं उचित दवाईयों के माध्यम से उपचार किया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में गंभीर- कुपोषित बच्चों एवं ऐसे बच्चे जिन्हे लंबे समय से दस्त हो रहा हो, या बार-बार बिमार पड़ते है, ऐसे बच्चे को भी NRC ने भर्ती कर सकते है। पोषक आहार में बच्चो को थेरापूटिक फूड, (F75, F100) Formula milk, एवं समय समय पर नाश्ता (दलिया, हलवा,खिचड़ी, इडली, सेवई आदि) एवं माताओं को दो समय का भोजन प्रदाय किया जाता है तथा माता को 150 रु. प्रतिदिन का 15 दिवस का 2250.00 रु.
छुट्टी पश्चात् प्रदाय किया जाता है।
**यहाँ पर दि जाने वाली सभी आवश्यक सुविधाएं मुफ्त में प्रदाय किया जाता है। जिला अस्पताल में स्थित पोषण पुनर्वास केन्द्र बेमेतरा में जनवरी, 2013 से संचालित है, जिसमे कुल अब तक 1696 बच्चे भर्ती होकर सुपोषित हो चुके है।
*वर्ष* *लाभान्तित*
2013-14 87
2014-15 127
2015-16 149
2016-17 134
2017-18- 225
2018-19- 208
2019 20 213
2020-21 88
2021-22 33
2022-23 180
2023-24 221
*अप्रैल से मई*
*2024 तक -* 31
_Total 1696_
*जिला अस्पताल बेमेतरा के एमसीएच बिल्डिग में स्थित*
पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती बच्चों को सुपोषित करने हेतु जिला के जिलाधीश रणबीर शर्मा के निर्देश पर सीएमएचओ सह सिविल सर्जन डॉ. एस. आर. चुरेन्द्र, अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ स्वाति यदु के मार्गदर्शन एवं शिशुरोग विशेषज्ञ
डाँ दीपक कुमार निराला, चिकित्सा अधिकारी डॉ पवन वर्मा के देखरेख एवं फिडिंग डिमास्ट्रेटर श्रीमति दीप्ति
धुरंधर तथा स्टॉफ नर्स कु. अंकिता वर्मा, कु. हिमेश्वरी साहू , श्रीमति लक्ष्मी-परगनिहा, श्रीमति ममता वर्मा, कु. सत्यवती रागे एवं कुमारी रोहिणी चंद्राकर के देखरेख में रखा जाता है एवं श्रीमति नमिता दुबे (कुक) के द्वारा भोजन तैयार किया जाता है। इन सभी के योगदान से कुपोषित बच्चों को सुपोषित,कुपोषण से मुक्त होकर स्वस्थ्य बच्चे को घर जाने हेतु छुट्टी दिया जाता है,जिनसे राज्य और देश में कुपोषित बच्चों की दर में कमी होने पर योगदान भी रहता है ।