
रायगढ़ : जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत सोनिया नगर मोहल्ले में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। यहां एक डॉक्टर ने मरीज भोला यादव को ऐसी सुई लगाई कि, एक घंटे में ही उसकी अकाल मृत्यु हो गई! इस मामले की थोड़ी सी पड़ताल करने पर पता चला कि यह क्लीनिक और डॉक्टर दोनों ही संदिग्ध है। ना क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन है, ना डॉक्टर साहब का! फिर भी यह कम से कम सात आठ सालों से तो लगातार चल रहा है। इसके पहले भी यहां एक बच्ची की मौत हो चुकी है! आज की पूरी घटना को देखकर ऐसा लगा कि जैसे किसी को मर्डर का लाइसेंस मिल रखा हो। गजब तो इस बात की है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को इस तरह के क्लीनिक की न तो कोई जानकारी है और न ही इस तरह के क्लीनिक संचालकों पर कभी कोई शिकंजा कसा जाता है। जब कोई केस होता है तब स्वास्थ्य विभाग की टीम क्लीनिक को सील करने पहुंचती है।
शहर के कोतरा रोड सोनिया नगर पटाखा गोदाम के सामने “नेचरो क्लीनिक” हैं। यहां एक व्यक्ति बैठता है, जो अपने आप को डॉक्टर बताता है, जिसका नाम भुनेश्वर साहू है। वह मोहल्ले के लोगों का इलाज करता है, बगल में उसने दवाई की दुकान खोल कर रखी है, जहां उसकी लिखी दवाइयां मिलती हैं, सुई से लेकर बॉटल तक! मोटा मोटी, छोटा-मोटा हॉस्पिटल है। ऐसा हमें उसी डॉक्टर ने बताया है, टेलीफोन पर!
क्लीनिक के पास ना कोई डॉक्टर का नाम है.. ना ही कोई रजिस्ट्रेशन नंबर है और ना ही किसी भी डिग्री का जिक्र है। लेकिन यहां पर हर रोज कम से कम 40 से 50 मरीज का इलाज होता है। जिस व्यक्ति की मौत हुई है जानकारी के अनुसार वह अपनी बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी कर रहा था। बिना लाइसेंस धारी डॉक्टर के इलाज से एक परिवार का सहारा छीन गया एक बेटी के सर से पिता का साया हमेशा के लिए दूर हो गया आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा।