आस्था,श्रद्धा और सादगी से मनाई गई गुरु पुर्णिमा एलांस पब्लिक स्कूल में

दिनेश दुबे 9425523689
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*आस्था, श्रद्धा और सादगी से मनाई गई गुरु पुर्णिमा*
बेमेतरा= एलॅन्स पब्लिक स्कूल बेमेतरा में गुरु और शिष्य के अटूट संबंध तथा गुरु कृपा का आभार व्यक्त करने वाले गुरु पूर्णिमा पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
आज एलॅन्स पब्लिक स्कूल के इतिहास मे अनोखी पहल की गई विद्यार्थियो की सर्व सहमति से चयनित उत्कृष्ट विद्यार्थी कु जागृति कुमेटी (कक्षा बारहवी) तथा निखिल कौशल (कक्षा बारहवी) ने विद्यालय के प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता के मार्ग दर्शन मे महान गुरु वेद व्यास तथा माँ सरस्वती के तैल्य चित्र के समुख दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात विद्यालय के नौनिहालों ने प्राचार्य  को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया ।
*विद्यालय के प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता के दिशा निर्देशन मे कक्षा नवमी से बारहवी के विद्यार्थियो के बीच उत्तम चरित्र गठन हेतु सभागार मे सभा का आयोजन किया गया  जिसमे कु जागृति कुमेटी को उनके स्कूल के प्रति, वफादारी, कर्तव्य निष्ठा ,आत्मसंयम, परिवार, गाँव, समाज, राज्य के प्रति समर्पण भावना तथा मातृ भूमि के प्रति प्रेम इन सभी गुणो का ध्यान रखते हुए विद्यार्थियो का चयन किया गया था। प्राचार्य तथा शिक्षक शिक्षिकाओ ने उनका स्वागत करते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
विद्यालय के छात्राओं द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु महिमा के साथ किया गया बालिकाओं के सुंदर प्रस्तुति के उपरांत विद्यालय के शिक्षक अनुराग त्रिपाठी द्वारा गुरु के  गुणों का सारगर्भित वर्णन किया गया। उन्होंने कहा गुरु हमारे प्रेरक, मार्गदर्शक तथा बोधक है। अतः हमें गुरु  के सर्वोत्तम गुणों का अनुसरण करना चाहिए।
*विद्यालय के प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता ने गुरु मंत्र द्वारा अपने उद्बोधन की शुरुआत की उन्होंने कहा  गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु वेद व्यास जी की जयंती पर मनाया जाता है भारतीय संस्कृति में गुरु का श्रेष्ठ स्थान है उन्हें भगवान से भी बढ़कर माना जाता है गुरुओं के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने ,उन्हें सम्मान देने तथा उनके अभिनंदन की परंपरा गुरुकुल से चली आ रही है उसी प्रवाह को हमें भी आगे बढ़ाना है उन्होंने कहा हमारी प्रथम गुरु हमारी माता होती है। गुरु हमें अज्ञानता रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं  ‘अखंड मंडलाकारम् व्याप्तं येन चराचरम् ‘जो अखंड है सकल ब्रह्मांड में समाया हुआ है चर‌-अचर‌ में तरंगित है उस प्रभु के प्रतिरूप ऐसे गुरुओं को मेरा शत-शत नमन है। प्राचार्य महोदय ने विद्यार्थियों को इस पावन पर्व के अवसर पर प्रश्नोत्तरी के माध्यम से महान आदि गुरु शंकराचार्य जी का क्रमशः परिचय कराया। विद्यार्थियों ने उत्तर देकर इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक मिथिलेश चौहान तथा छात्रा‌ अवनिता द्वारा माँ‌ को‌ समर्पित कविता का सस्वर वाचन किया गया ।
उक्त कार्यक्रम में छात्र-छात्राएँ तथा शिक्षकगण उपस्थित थे।कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय के संगीत विभाग के शिक्षक  हरि ओम सोनी द्वारा किया गया।

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