
नंदकुमार साय ने जनहित के मुद्दों को लेकर राज्यपाल महोदय से मुलाकात की
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ नंदकुमार साय छत्तीसगढ़ राज्य में फैल रही अराजकता एवं दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके से मिलकर समस्याओं के निदान हेतु चर्चा की।
चर्चा के दौरान नंद कुमार साय ने छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध, दुर्घटना एवं आत्महत्या के मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी घटना होने के बाद गिरफ्तारी करना या दुर्घटना के पश्चात मुआवजा बांट देने से हम अपनी जिम्मेदारी से बरी नहीं हो सकते, बल्कि सिस्टम यह होना चाहिए कि दुर्घटना ना घटे तथा ऐसे कारक ही ना बने जिन से अपराध तथा आत्महत्या जैसी घटनाएं हो। हमें दुर्घटना घटने से पहले ही सावधान होकर उन कारणों को ही समाप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। चर्चा करते हुए उन्होंने बलौदा बाजार जिले के जैतपुर सरसीवा के बीच महानदी पर बने अत्यंत जर्जर पुल के लिए स्वयं के द्वारा राज्यपाल महोदय को दिए ज्ञापन पर भी चर्चा की तथा अभी तक विभाग की उदासीनता पर दुख भी जताया तथा कहा कि क्या हम दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं और दुर्घटना घट जाने पर वहां मुआवजा बांटने जाएंगे विभाग द्वारा 2 साल से उस ब्रिज के मरम्मत हेतु केवल टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है तथा बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश में गांजे की तस्करी बहुत तेजी से हो रही है तथा शराब के नशे के कारण अपराध बढ़ रहे हैं तथा नशा पान करके हीन भावना से ग्रस्त होकर लोग आतंक दबाव तथा मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। हमें इन गतिविधियों पर नियंत्रण करने की सख्त आवश्यकता है।