
नाम बदलना सेठ किरोड़ीमल के योगदान को मिटाने की साजिश :- पुनम सोलंकी, अंग्रेजो के अंग्रेजी से काँग्रेस को इतना प्रेम क्यो जवाब दे विधायक
रायगढ :- अंग्रेजी पढ़ाने के नाम पर नटवर स्कूल का नाम आत्मानन्द किये जाने की घटना को रायगढ इतिहास की निंदनीय घटना बताते हुये नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने कहा कि यह काँग्रेस का अंग्रेजो से जुड़ी अंग्रेजी से प्रेम है l रायगढ वासियो के प्राण हिंदी हिन्दू हिंदुस्तान में बसे हुए है l स्कूल स्थापना के दौरान इसका नाम नटवर हाई स्कूल रखा गया था l किसी भी दल की सरकार हो या किसी भी दल के विधायक हो स्कूल के नाम के साथ छेड़छाड़ नही की गई l किसी भी संस्था के लिए उसका नाम उसका सबसे बड़ा परिचय होता है और नाम को बदलना स्कूल के परिचय बदलने की साजिश है l अंग्रेजो ने देश को बांटा l नाम बदलने के साथ आत्मा नंद स्कूल में भी भेदभाव नजर आने लगा l अंग्रेजी पड़ने वाले बच्चों के लिए स्कूल परिसर का रंग रोगन लेकिन हिंदी पढ़ाई के लिए भवन का रंग रोगन तक नही किया गया l आत्मानंद स्कूलों के लिये शिक्षकों की भर्ती जबकि हिंदी मीडियम के बच्चो के लिये शिक्षकों का अभाव l शिक्षण संस्था के अंदर भेदभाव का बच्चो पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा l स्थानीय विधायक इस मामले में जनता के सामने स्थिति स्पष्ट करे क्या उनके वादों में नटवर स्कूल का नाम बदलने का काम शामिल था यदि नही तो बदलने के पहले जनता के साथ विश्वास घात क्यो किया गया l काँग्रेस का झुकाव अंग्रेजियत मानसिकता की ओर रहा है l काँग्रेस हिंदी हिंदुस्तान को हेय दृष्टि से देखे जाने की मानसिकता से नही उबर पा रही है l स्कूल का नामकरण बदलना जाना सेठ किरोड़ीमल के द्वारा किए गए स्तुत्य प्रयासो पर पानी फेरने जैसा कार्य है l नए अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले जाने का स्वागत है लेकिन हिंदी मीडियम के स्कूलों का नाम नही बदला जाना चाहिए l यहाँ से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र आज राजनीति मीडिया खेल कार्यपालिका सहित उच्च पदों पर है l अंग्रेजी पढ़े बिंना ही उन छात्रों ने बड़ा मुकाम हासिल किया l नाम बदलना कही सेठ किरोड़ीमल के प्रयासों को मिटाने की साजिश का हिस्सा तो नही l