
Chhattisgarh: कांग्रेस क्या 46 विधायकों की काटेगी टिकट, जानें क्यों बढ़ी 50 प्लस नेताओं की चिंता?
रायपुर. राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित किया गया. चिंतन शिविर में कांग्रेस ने देशभर में युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए सत्ता और संगठन में 50 साल से कम उम्र के लोगों को टिकट और प्रतिनधित्व देने का फार्मूला दिया है. छत्तीसगढ़ के नेताओं ने इस निर्णय की तारीफ की है. सत्ता और संगठन में 50 साल से कम उम्र के लोगों को तवोज्जो देने के नव संकल्प शिविर में किए गए फैसले पर छत्तीसगढ़ में भी राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है.
छत्तीसगढ़ के परिपेक्ष्य में देखें तो वर्तमान में कांग्रेस के 71 विधायक हैं. इनमें से लगभग 46 विधायकों की उम्र 50 के पार हो चुकी है. निर्णय के मुताबिक 50 फीसदी टिकट 50 से कम उम्र के दावेदारों को दिया जाना है. निर्णय कब लागू होगा यह देखने वाली बात होगी. वहीं यदि ऐसा होता है तो इसमें किसकी टिकट कटेगी और किसे मिलेगी यह बड़ा सवाल है. दिलचस्प बात यह है कि छत्तीसगढ़ के 46 विधायक इस फार्मूले की जद में आ रहे हैं. इनमें 11 मंत्री भी शामिल हैं. कांग्रेस यह फॉर्मूला लागू करती है तो बहुत से बदलाव आने वाले समय में या अगले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में दिखाई दे सकते हैं.
संगठन में भी हो सकता है बदलाव
सत्ता की तरह ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन के कई बड़े पदाधिकारियों की उम्र भी पचास के पार हो गई है. राज्य के मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविन्द्र चौबे का कहना है कि यह अच्छा फैसला है. आने वाले समय में ना केवल संगठन के पदों पर बल्कि चुनावी मैदान में भी 50 साल से कम उम्र के लोगों का प्रतिशत बढ़ा हुआ दिखाई देगा. नौजवानों को पार्टी की ओर आकर्षित करने का सबसे अहम और बड़ा फैसला है. युवा विधायक व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव विकास उपाध्याय का कहना है कि इस फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को सत्ता और संगठन में आने का मौका मिलेगा.
बीजेपी ने कांग्रेस के इस फार्मूले पर तंज कसा है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि कांग्रेस बीजेपी की नकल कर रही है. जिस तरह भाजपा ने युवाओं को पार्टी में अहम स्थान दिया है. अब उसी तर्ज पर कांग्रेसी युवाओं के हाथ में बागडोर सौंपने की बात कर रही है, लेकिन गाड़ी केवल गांधी परिवार पर आकर अटक जाती है.