
लैलूँगा, जनपद पंचायत लैलूंगा के प्रोग्राम अधिकारी दीपक एक्का की मनमानी चरम पर है सत्ता बदल गई सियासत बदल गई लेकिन लैलूंगा जनपद पंचायत मनरेगा के प्रोग्राम अधिकारी दीपक एक्का नहीं बदले
सबसे बड़ी बात तो यह है कलेक्टर रायगढ़ के द्वारा कड़ी चेतावनी देने के बाद भी इनको लैलूंगा में रात को नींद नहीं आती शायद इनको यहाँ मच्छर ज्यादा काटते हैं ये हर दिन पत्थलगांव रवाना हो जाते हैं बस प्रशासन के आंख में धूल झोंकने के लिए एक किराए का क्वार्टर ले रखे हैं उसमें कभी कबार हफ्ता दो हफ्ता में झाड़ू लगवाने चले जाते हैं जबकि कलेक्टर साहब का सख्त आदेश है किसी कीमत पर कोई भी कर्मचारी अधिकारी अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेगे लेकिन ये तो कलेक्टर के आदेश को भी दिल्लगी समझ रहे हैं और हर दिन पत्थलगांव के लिए रवाना हो जाते हैं जब जिले की मुखिया केआदेश को नजरअंदाज कर रहे हैं तो आम जनता या जनप्रतिनिधि किए क्या परवाह करेंगे किसी की प्रवाह करेंगे भी क्यों क्योंकि लंबे समय से कार्यरत रहने के कारण इनकी यहां गहरी पैठ जो जम गई है
कार्यक्रम अधिकारी किसी से सीधे मुंह बात नहीं करते और करेंगे भी क्यों क्योंकि शासन द्वारा अभी सभी कार्य मनरेगा में ही के तहत संचालित हो रहे हैं आम मजदूरों के हित लिए तो इनकी भी मजदूरी बढ़ना लाजमी है इसलिए इनका रुतबा सातवें आसमान पर है अब देखना यह है कि इस खबर के बाद इन पर क्या कार्रवाई होती है

वर्जन
ये साहब को कौशिक कालोनी में रहना तो दूर की बात है आते जाते नही देखा हु
संजय कुर्मी
वर्जन मेरी जानकारी के अनुसार रहता तो है कभी कबार जाता होगा
एस एस रात्रे जनपद सी ई ओ