पिता कभी मरता नहीं अपने पुत्र की सांसों में जिंदा रहता है  : विरदी

दिनेश दुबे
आप की आवाज
“पिता कभी मरता नहीं अपने पुत्र की सांसों में जिंदा रहता है  : विरदी
बेमेतरा= अंचल के प्रतिष्ठित साहित्यकार स्व.सुहास गोविंद पोल की स्मृति एवं राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई के तत्वावधान में पावस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।उक्त आयोजन पोल निवास बेमेतरा, स्वर्गीय सुहास गोविन्द पोल की काव्य रचना “मेरी अभिलाषा छत्तीसगढ़ , मेरी परिभाषा छत्तीसगढ़ , जीवन की आशा छत्तीसगढ़ सासो की भाषा छत्तीसगढ़ ” के माध्यम से  संपन्न हुआ
।इस अवसर पर जिला इकाई के संरक्षक  महेन्द्र सिंह विरदी ने कहा कि एक साहित्यकार कभी नहीं मरता वह अपने साहित्य के द्वारा लोगों के दिलों में हमेशा जिन्दा रहता है    वैसे ही एक पिता कभी नहीं मरता वह अपने पुत्र की सांसों में सदैव जीवित रहता है।संस्था के संरक्षक विवेक पोल ने अपने पिता की स्मृतियों को उनकी कविता “आकर खुली हवा में ज़रा सास लो यहाँ पल भर में अपने आप को ही भूल जाओगे।  छत्तीसगढ़ की सुबह ,शाम देख लो अगर ,’ काशी की भोर ‘ , ‘शामे अवध’ भूल जाओगे।। ” के माध्यम से जीवंत कर दिया।जिला इकाई के अध्यक्ष सुनील झा ने कहा कि आज हम इस आयोजन में उस महान साहित्यकार को अपनी कविताओं के माध्यम से अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने उपस्थित हुए है।इस अवसर पर जिला इकाई ने नव नियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष कमल शर्मा का विशेष सम्मान किया गया,उन्होंने कवि संगम की गतिविधियों को विस्तार से बताया एवं पोल जी को अपना मार्गदर्शक एवं आदर्श निरूपित किया।आज के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में नवभारत के जिला प्रतिनिधि अरविंद गोस्वामी ने इस आयोजन की हार्दिक प्रशंसा की तथा शुभकामनाएं प्रदान की।काव्य गोष्ठी के प्रारंभ में पोल जी की कविताओं का श्रवण सभी कवियों ने किया। अवर्त पोल,सर्वेश पोल एवं शंकर्षण मिश्रा ने उनकी रचनाओं की संगीतमय,सुमधुर प्रस्तुति दी।तत्पश्चात पावस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
[22/08, 6:49 pm] Arvind Goswami: काव्य गोष्ठी में जिले के विभिन्न भागों से आए हुए कवियों ने अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया ।प्रमुख कवियों में जिला संयोजक ईश्वर साहू आरूग,पोषण वर्मा,बलराम बल, ऋचा लखोटिया,पंकज शर्मा,जलेश्वर मानिकपुरी , बीनू नेताम,आत्मा राम कोशा,रमेश चौहान,मनोज श्रीवास्तव,अनिकेत टोंड्रे,संकर्षण मिश्रा,सुनील झा,कमल शर्मा एवम्  सैयद युसुफ   अली ,ओमप्रकाश वर्मा ने अपने गीत,गजलों,मुक्तकों के द्वारा आदरणीय पोल जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।कार्यक्रम का संचालन हरीश पटेल” हर” ने किया।आभार प्रदर्शन बलराम” बल” ने किया।इस अवसर पर भाग्य श्री पोल ने कार्यक्रम संयोजन में विशेष भूमिका निभाई।

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