प्राथमिक शाला के बच्चे मंदिर प्रांगण में बैठकर पढ़ने में मजबूर–

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–30.7.22

प्राथमिक शाला के बच्चे मंदिर प्रांगण में बैठकर पढ़ने में मजबूर–

पखांजूर–
आप को बता दु की ये मामला शासकीय प्राथमिक शाला भवन पीव्ही125 ,ग्राम पंचायत बैकुंठपुर की है।बच्चे जहा बैठकर पढ़ाई करते है वहा के छत से थोड़ा बहुत बारिश होने से पानी टपकता रहता है। शाला के कार्यालय कक्ष मे पानी के वजह से लगाया झिल्ली ताकि कार्यालयीन उपयोगी दस्तावेजों को भीगने से बचाया जाएँ,छत जर्जर होने से बरसात मे बहुत ही पानी टपकते है।नीचे बैठ भी नही सकते नन्हें मुन्ने विद्धार्थीयों ,कभी भी छत टुटकर नीचे गिर सकता है कोई भी अनहोनी हो सकता है,अगर ऐसी स्थिति होगी तो न जाने हादसा का तीव्रता कितनी होगी कितने बच्चे इसके चपेट में आयगा,बार – बार पंचायत ,जनपद पंचायत,एवं जिला पंचायत कांकेर को अवगत कराने के बावजुद भी प्रशासन के इन जिम्मेदारीयों ने कोई सकारात्मक पहल कियें नही। शाला के प्रधान अध्यापक विश्वनाथ राय एवं शाला विकास समिति के अध्यक्ष देवदास मंडल ने बताया कि हम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक इस संबन्ध मे आवेदन पत्र कई बार दिये है,परन्तु किसी ने इसकी सुध तक नहीं ली है । प्रधान अध्यापक ने विद्वार्थीयों को शिक्षा शाला भवन के बाहर पेंड़ के नीचे एवं सार्वजनिक काली मंदिर प्रांगण मे बच्चों को बैठाकर अध्ययन कार्य पूरा करवा रहे है। शाला विकास समिति पी,व्ही125 के अध्यक्ष देवदास मंडल ने कहा कि यदि जल्द से जल्द भवन का मरम्मत नही करेगा तो हम सभी गांव के महिला पुरुषों ने आन्दोलन करने में बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन को होगी।
सोचने वाली बात ये है की कोयलीबेड़ा ब्लाक का प्राय स्कूल का हाल इसी प्रकार है बच्चो अपने जान जोखिम में डाल कर पढ़ाई करने में मजबूर है क्यों कि बच्चो भी अब जानने लग गया पढ़ाई का क्या महत्व है।
एक बात यह पर और सामने आ रहा है कि उक्त प्राथमिक शाला पखांजूर मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर होगा ऐसे निकट बने स्कूल भवन का ध्यान यदि शासन प्रशासन नही कर पाती तो अंदुरिणी क्षेत्र में बने भवन का हाल क्या होगा जहां मोनिटरिंग करने संबंधित अधिकारी नही जाते या नही पहुचते।पालको का कहना है कि बच्चो के भविष्य को लेकर और कब तक खेल खेला जायगा या फिर कोई बड़े हादसा होने का इन्तेजार कर रही है।

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