फ्लिपकार्ट से मंगाया एसिड, दोस्तों के साथ रची साजिश, दिल्ली में तेज़ाब हमले के पीछे की हैरान करने वाली कहानी

नई दिल्ली: दिल्ली में बुधवार एसिड अटैक का मामला सामने आने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। एक ओर जहां आरोपियों को कड़ी सजा देने की बात की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर एसिड बेचने पर बैन है तो इसे खरीदा कैसे गया। दिल्ली में द्वारका मोड़ के पास सुबह बाइक सवार दो बदमाशों ने 17 साल की लड़की के चेहरे पर एसिड फेंक दिया। लड़की उस वक्त अपनी बहन के साथ स्कूल जा रही थी। लड़की को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका करीब 8 प्रतिशत चेहरा जल गया है और आंखों को भी नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया है। इस मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए वहीं पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने सरेआम फांसी देने की बात कही।

फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन मंगाया एसिड
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने छात्रा पर फेंकने के लिए तेजाब ऑनलाइन खरीदा था। तीनों आरोपियों में से मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा ने ही ऑनलाइन एसिड मंगवाया था। एसिड फ्लिपकार्ट पर ऑर्डर किया गया था और सचिन ने ऑनलाइन भुगतान किया था। पुलिस ने बताया कि सचिन और लड़की दोस्त थे और एक ही इलाके में रहते थे। लड़की ने करीब 2-3 महीने पहले उसने दोस्ती तोड़ दी और उससे बात करना बंद कर दिया। बात करने से मना करने के बाद आरोपी ने दोस्तों के साथ एसिड फेंकने की योजना बना ली।

लोकेशन न मिले इसके लिए बनाई ऐसी योजना
पुलिस की ओर बताया गया कि लड़की ने मुख्य आरोपी सचिन से बात करने से मना कर दिया था जिसके बाद आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर यह खौफनाक योजना बना ली। पुलिस की पकड़ में न आने के लिए मुख्य आरोपी सचिन ने एक और चाल चली। पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने अपने दोस्त को अपने कपड़े पहना कर बाइक से भेज दिया। उसने अपना मोबाइल भी उसे दे दिया जिससे कि उसकी लोकेशन कहीं और की आए। हालांकि पुलिस ने कुछ घंटे के बाद ही उसे पकड़ लिया।

कड़ी सजा देने की उठी मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिल्कुल यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इतनी हिम्मत कैसे हो गई, दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। दिल्ली में हर बेटी की सुरक्षा अहम है। वहीं बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने छात्रा पर एसिड फेंकने वाले व्यक्तियों को सार्वजनिक रूप से फांसी देने की बात कही। गौतम गंभीर ने कहा कि शब्द कोई न्याय नहीं कर सकते। द्वारका में स्कूली छात्रा पर तेजाब फेंकने वाले लड़कों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।

बैन के बावजूद मिला एसिड, उठे सवाल
दिल्ली के एलजी वी. के. सक्सेना ने इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है। उपराज्यपाल ने पूछा है कि दिल्ली में तेजाब बेचने पर प्रतिबंध के बावजूद इसे आखिर कैसे खरीदा गया। वहीं डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने तेजाब हमले को लेकर कहा कि प्रतिबंध के बावजूद तेजाब, सब्जी की तरह खरीदारी के लिए उपलब्ध है। मालीवाल ने कहा कि तेजाब की बिक्री पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए आयोग अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है।

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